मदरलैंड संवाददाता, अररिया
अररिया : लाभार्थियों के साथ डीलर के शोषण का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इधर डीएम के लाख चेतावनी के बाद भी डीलर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. संकट की घड़ी में भी पीडीएस डीलरों की मनमानी नहीं थम रही है. धामा पंचायत के वार्ड संख्या सात केजविप्र दुकानदार निसबदजहां के विरुद्ध स्थानीय निवासी लाभुक रइसा खातुन, अजून, बीबी गजाला, बीबी आबरून, अफसाना, गूलेसा, बीबी तरनुक आदि दर्जनों लाभुकों ने आरोप लगाया है कि चावल, गेहूं के निर्धारित मू्ल्य से अधिक रुपये उनसे डीलर ले रहे हैं. लेकिन उन्हें अनाज का वजन कम दे रहे हैं. अगर हम लाभुक अपने हक के अनाज की मांग करते हैं तो विक्रेता साफ शब्दों में कहते हैं उसकी शिकायत जहां करना है कर दीजिए इसी दाम में अनाज मिलेगा व इसी तरह मिलेगा. लेना है तो लो अन्यथा नहीं चले जाओ.
जिस कारण यहां के लाभुकों को चावल व गेहूं का दाम अधिक चुकाना पड़ रहा है. दर्जनों ग्राहकों का आरोप है कि जब हमलोग पीडीएस के दूकान पर जाते हैं तो डीलर द्वारा कहा जाता आपका नाम काट चुका, अब राशन आपको नहीं मिलेगा. लाभुक दर-दर की ठोकर खा रहे हैं. लाभार्थियों का कहना है कि सरकार द्वारा प्रत्येक यूनिट पर 5 किलो चावल फ्री में दिया जाता है वह अनाज भी डीलर के द्वारा नहीं दिया जा रहा है. लॉकडाउन के कारण हमलोग मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं, हमलोग बहुत परेशानी से परिवार चला रहे हैं.
सरकार के राशन का इंतजार है वह भी नहीं मिल रहा है. वहीं डीलर निस्बदजहां पर आरोप लगाते हुए मुर्शीद , वजुदिन , वारिस, बीबी जबरा खातून आदि का कहना है कि जब हम लोग अनाज लेने डीलर निसबदजहां के दुकान पर गये तो अनाज में सिर्फ चावल दिया गया.होगी जांच, की जायेगी कार्रवाई शिकायत मील रही है. मामले की जांच होगी. दोषी डीलरों पर जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत डीलर को चावल व गेहूं दोनों ही अनाज का दिया गया है. वहीं फ्री मिलने वाले अनाज में पांच किलो चावल ही दिया जाना है. प्रमोद कुमार सिंह, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी