सिडनी । भारतीय टीम के ‘चाइनामैन’ गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड में होने वाले पहले डे नाइट क्रिकेट टेस्ट मैच में स्पिनरों को शामिल करना चाहिये। कुलदीप ने इसका कारण बताते हुए कहा कि रात में दूधिया रोशनी होने के कारण स्पिनरों की गेंदों का सामना करना किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल होता है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की तरफ से खेलने वाले कुलदीप ने कहा कि स्पिनरों की गेंदबाजी में विविधता रहती है इसलिए उनका अनुमान लगाना बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होता। ऐसे में अगर उन्हें अवसर मिलता है तो वह बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
भारत का यह विदेशी धरती पर पहला डे नाइट टेस्ट मैच होगा। उसने इससे पहले साल 2019 में कोलकाता में गुलाबी गेंद से एक टेस्ट मैच खेला था। कुलदीप ने कहा, ”मुझे भारत के बाहर गुलाबी गेंद से मैच खेलने का अनुभव नहीं है, इसलिए यह देखना रोमांचक होगा कि इस मैच में खेल कैसे आगे बढ़ता है।” उन्होंने कहा, ”यह कहना सही नहीं होगा कि ऑस्ट्रेलियाई हालातों में स्पिनरों का दबदबा नहीं रहेगा। ऐसे कई मामले सामने आये हैं जबकि स्पिनरों ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया है। यह पूरी तरह से इस पर निर्भर करता है कि आप हालातों से कितनी जल्दी तालमेल बिठाते हैं।”
कुलदीप ने कहा, ”हमने हाल में काफी टी20 क्रिकेट खेली है पर टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए संयम बनाये रखने की जरूरत होती है। इसके साथ ही मानसिक दृढ़ता भी जरुर है। छोटे प्रारूप से लंबे प्रारूप में खेलने पर आप कई चीजों को जल्दी जल्दी आजमाने की कोशिश करते हो। टेस्ट क्रिकेट में विकेट आसानी से नहीं मिलते इसलिए धैर्य रखना अहम होता है।” कुलदीप ने अब तक छह टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें दो मैच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले हैं।

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