नई दिल्ली। लखनऊ से नई दिल्ली आने वाली तेजस एक्सप्रेस ट्रेन ढाई घंटे लेट हो गई। जिसके चलते नियमों के मुताबिक मंगलवार को 1574 यात्रियों को करीब 3.93 लाख रुपए रिफंड किए गए। दो साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब तेजस लेट हो गई। मामला 21 अगस्त का है। लखनऊ जंक्शन से ट्रेन सही वक्त पर निकली, लेकिन दिल्ली पहुंचते-पहुंचते वह ढाई घंटे लेट हो गई। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इसकी वजह दिल्ली में बारिश के कारण सिग्नल फेल होना और यार्ड में पानी भरना रहा। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म (आईआरसीटीसी) अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की। आईआरसीटीसी के प्रवक्ता के मुताबिक नियम के मुताबिक इस ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को रिफंड मिलता है। इसीलिए रिफंड के लिए क्लेम करने वाले करीब 1574 यात्रियों को मंगलवार को कुल करीब 3,93,500 रुपए का भुगतान किया गया है। तेजस देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन है। तेजस में फ्लेक्सी फेयर स्कीम लागू है, यानी सीटों की बुकिंग होने के साथ ही इसका किराया बढ़ता जाता है। दिल्ली तक चेयर कार का बेस प्राइस 1125 रुपए, एग्जीक्यूटिव क्लास का बेस प्राइस 1280 रुपए और एग्जीक्यूटिव चेयर कार का बेस प्राइस 2450 रुपए है। तेजस एक्सप्रेस में विमान जैसी सुविधाएं होती हैं। अगस्त 2019 में इसकी शुरूआत हुई थी। फिलहाल तेजस लखनऊ-नई दिल्ली और अहमदाबाद-मुंबई रूट पर चलती है। बता दें कि तेजस देश की पहली ट्रेन है जिसके लेट होने पर यात्रियों को रिफंड दिया जाता है। ट्रेन लेट होते ही यात्रियों को एक मैसेज भेजा आता है। इसमे एक मेल आईडी होती है। जिस पर यात्री रिफंड के लिए क्लेम कर सकते हैं। 21 अगस्त को ट्रेन लेट होने पर कुल 1574 यात्रियों ने क्लेम किया। जिन सबका रिफंड उनके खातों में ट्रांसफर किया गया है।