काबुल। तालिबान और नॉर्दर्न अलायंस के दो प्रतिनिधिमंडलों के बीच अफगानिस्तान के परवान प्रांत के चरिकर में पिछले दो दिनों से बैठकें हो रही हैं। दोनों पक्ष वह एक-दूसरे पर हमले नहीं करने पर सहमत हो गए। दोनों पक्षों ने कहा कि वे अतीत के गतिरोध को बातचीत के माध्यम से हल करना चाहते हैं। सूत्रों ने कहा कि तालिबान और नॉर्दर्न अलायंस के नेताओं द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान शांति समझौते की घोषणा की जाएगी। तालिबान ने इस महीने 15 अगस्त को लगभग पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था, परंतु इस बीच नॉर्दर्न अलायंस तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध की सबसे बड़ी आवाज बनकर उभरा है। अफगानिस्तान के अधिग्रहण के बाद तालिबान अभी भी पंजशीर घाटी पर अपना नियंत्रण स्थापित नहीं कर सका है जहां नॉर्दर्न अलायंस का प्रभुत्व कायम है। तालिबान के खिलाफ पंजशीर वैली में विद्र्रोह का झंडा बुलंद करने वाले अहमद मसूद की तरफ से कहा गया है कि वह काबुल प्रशासन का हिस्सा तब ही बनेंगे जब एक समावेशी सरकार को लेकर समझौता होगा। अहमद मसूद के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक तालिबान से कोई समझौता नहीं हुआ है और बातचीत जारी है।