काबुल। पाकिस्‍तान के हजारों आतंकियों और सेना की मदद से अफगानिस्‍तान में सत्‍ता में आए तालिबान ने खुलकर पाकिस्‍तान के साथ अपने रिश्‍तों को स्वीकार किया है। तालिबान के प्रवक्‍ता जबीउल्‍लाह मुजाहिद ने कहा कि हम पाकिस्‍तान को अपने दूसरे घर की तरह से मानते हैं। तालिबान के प्रवक्‍ता जबीउल्‍लाह मुजाहिद ने कहा कि हम ऐसी किसी गतिविध‍ि को अनुमति नहीं देंगे जो पाकिस्‍तान के हितों के खिलाफ है। जबीउल्‍लाह ने कहा कि काबुल में प्रवेश किए 12 दिन हो गए हैं। इस दौरान हमने सभी इलाकों पर अपना नियंत्रण स्‍थापित कर लिया है। इन जगहों पर शांति और स्थिरता आ रही है। तालिबान प्रवक्‍ता ने कहा अफगानिस्‍तान में महिलाओं को इस्‍लामी नियमों के तहत सभी अधिकार दिए जाएंगे। इसमें नौकरी और शिक्षा शामिल है। जबीउल्‍लाह ने कहा कि देश में सरकार का गठन होने के बाद कर संग्रह बढ़ाने के उपायों पर काम किया जाएगा।
जबीउल्‍लाह ने कहा हम अफगानिस्‍तान में ऐसी सरकार चाहते हैं, जो मजबूत हो और इस्‍लाम पर आधारित हो। इसमें सभी अफगान शामिल हों। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। हम जल्दी ही एक मजबूत और स्‍थाई सरकार का गठन कर लेंगे। पाकिस्‍तान के आतंकी संगठन टीटीपी को लेकर तालिबान ने कहा कि हम अपनी जमीन का इस्‍तेमाल किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं करने देंगे।
भारत और पाकिस्‍तान विवाद पर मुजाहिद ने कहा कि भारत और पाकिस्‍तान को एक साथ बैठकर सभी विवादित मुद्दों का समाधान निकालने का प्रयास करना चाहिए। उन्‍होंने कहा नई दिल्‍ली को भी कश्‍मीर पर सकारात्‍मक रुख अपनाना चाहिए। मुजाहिद ने भारत को इलाके का एक अहम मुल्‍क करार देते हुए उसके साथ अच्‍छे रिश्‍ते बनाने की इच्‍छा जताई है। तालिबान प्रवक्‍ता ने कहा, हम सभी देशों के साथ अच्‍छे रिश्‍ते बनाना चाहते हैं। इसमें भारत भी शामिल है जो इस इलाके का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। हमारी इच्‍छा है कि भारत अफगान जनता की राय के मुताबिक अपनी नीतियां बनाए। हम अपनी सरजमीं को किसी मुल्‍क के खिलाफ इस्‍तेमाल नहीं करने देंगे। भारत और पाकिस्‍तान को चाहिए वे अपने द्विपक्षीय मामले स्वयं सुलझाएं।

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