मदरलैंड संवाददाता,
गोपालगंज। थावे प्रखण्ड के सेमरा पंचायत के सेमरा पूर्व टोला में मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के 40 मजदूर फंसे हुए हैं।वे अपने शहर लौटने के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई है। बताया जाता है,की लगभग दस वर्षों से मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के 40 मजदूर अपने पूरे परिवार एवं बाल बच्चे के साथ थावे में आते जाते है ।वे लोग कुछ दिन रहकर मजदूरी करके फिर अपने घर चले जाते है।वे लोग अपने रोजी रोटी के लिए सुनार की दुकान की नाली की साफ सफाई के साथ ही सोनारी का कार्य करते हैं। फिर वे अपना कार्य करके चले जाते है।जो कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉंकडाउन के दौरान ये सभी मजदूरों की कमाई बंद हो गई है।जिससे भुखमरी के कगार पर है।इनमें से 29 मजदूर मध्यप्रदेश के बाला घाट जिले के बिरसा थाने के पिपरा टोले गांव के सजनी बाई, आशा कुमारी,अरुणा बाई,कुमारी बाई व श्याम सिंह सहित29 मजदूर तथा महाराष्ट्र के गुडिया जिला के गंगजेरि थाना के धामेनेवाई गांव के सुंदर मंडली व गायत्री बाई, सहित ग्यारह मजदूर शामिल हैं।जो किराए के मकान में रहते हैं।जिनके पास किराए देने का पैसा के साथ ही खाने का भी पैसा नही है। इन मजदूरों के छोटे छोटे बच्चे भी हैं।जो खाने के बिना तरस रहे है।मध्यप्रदेश शहर के मजदूर के सरदार श्याम सिंह ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के द्वारा अभी तक कोई भी सहायता नही मिल पाई है।जबकि इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी दिया गया है ।उसके वावजूद भी कोई राहत सामग्री नही मिल पाई है ।ये सभी मजदूर जिलाधिकारी से अपने शहर लौटने के लिए सहायता करने की अपील की है।