IS-K यानी इस्लामिक स्टेट- खुरासान, जिसका काला साया भारतीय उप महाद्वीप पर मंडरा रहा है। अमेरिका के आतंकवाद निरोधक सेन्टर के कार्यकारी डायरेक्टर रशेल ट्रैवर्स ने कई हैरतअंगेज़ खुलासे किए हैं जिनसे भारत पर मंडरा रहे खतरे का आभास हो रहा है। रशेल ट्रैवर्स के खुलासों के अनुसार, IS-K यानी इस्लामिक स्टेट- खुरासान दक्षिण एशिया के राष्ट्रों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है।
भारत में आत्मघाती हमले का प्रयास कर चुका है खुरासान
विशेष तौर पर भारत पर उसकी निगाहें हैं। जो कि विश्व के इस खूंखार आतंकवादी संगठन के निशाने पर सबसे टॉप पर है। रशेल ने बताया कि गत वर्ष यानी वर्ष 2018 में IS-K यानी इस्लामिक स्टेट- खुरासान भारत में आत्मघाती हमले का प्रयास कर चुका है। हालांकि रशेल ने इस हमले के बारे में किसी तरह की और जानकारी नहीं दी है। किन्तु यह जानकारी अपने आप में हैरतअंगेज़ है, कि भारत इतने बड़े खतरे के बिल्कुल पास से गुजरा था।
विश्व भर में 20 से भी अधिक शाखाएं
ट्रैवर्स ने बताया कि इस आतंकी संगठन ने विश्व भर में 20 से भी अधिक शाखाएं बना ली हैं जिसमें से कुछ तो अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है। अमेरिका के जैसे ही ड्रोन विकसित कर चुका है। खुफिया विभाग के उच्च अधिकारियों ने इनपुट दिया कि इन हमलों का मुख्य टारगेट आफगानिस्तान के बाहर के इलाकों में कहीं माना जा रहा था, खासकर भारत में. दरअसल, भारत में जम्मू कश्मीर से धरा 370 को हटाए जाने के बाद से ही आतंकी हमले की कोशिशें निरंतर जारी हैं। हालांकि, खुफिया विभाग को मिल जा रहे इनपुट्स और सेना कि कार्रवाई के जरिए इन आत्मघाती हमले के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया जा रहा है।