नई दिल्ली। पंजाब की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में जारी कलह के खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। दो गुटों में बंटी कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व को लेकर स्पष्टता नजर नहीं आ रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इसी खींचतान के बीच दिल्ली का रुख कर चुके हैं। कैप्टन सोमवार को दिल्ली पहुंचे। 1 महीने के भीतर उन्हें दूसरी बार दिल्ली आना पड़ रहा है। यहां आज यानी 22 जून को वह एआईसीसी पैनल से मुलाकात करेंगे। वे पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपने के बाद पैनल के सदस्यों के साथ यह उनकी पहली बैठक होगी। एआईसीसी पैनल, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत शामिल हैं, अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद राहुल गांधी से दो बार मिल चुके हैं। सोनिया ने पंजाब कांग्रेस के अन्य दिग्गज नेताओं को दिल्ली बुलाया है, जिससे विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी में जारी कलह खत्म हो सके।कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व को लेकर पंजाब में लगातार सियासी हलचल बढ़ी हुई है। उन्होंने 24 जून को पार्टी के महासचिवों, राज्य के प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की मीटिंग बुलाई है। यह मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही होगी। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि इस मीटिंग में मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर कुछ प्रस्ताव पास किए जा सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस में ही जारी अंतर्कलह को लेकर भी बात हो सकती है। कांग्रेस की यह मीटिंग ऐसे वक्त में होने वाली है, जब कई वरिष्ठ नेताओं ने बागी रुख अख्तियार कर रखा है। इसके अलावा राजस्थान और पंजाब जैसे राज्यों में अंतर्कलह गहरी हो गई है। इन नेताओं में नवजोत सिंह सिद्धू का नाम भी शामिल है, जिनकी कैप्टन खेमे से असहमति जगजाहिर है। कैप्टन सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। सोनिया गांधी को पंजाब में मचे सियासी हलचल पर तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट भी मिल गई है। इस समिति ने विधायकों और सांसदों से मुलाकात की थी।

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