बीते दिनों हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों के ऐलान होने के बाद से ही दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) अरविंद केजरीवाल के कान खड़े हो गए थे। वहीं निर्वाचन आयोग ने जब झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया, तब अरविंद केजरीवाल को लगने लगा था कि दिल्ली के चुनावों का ऐलान भी झारखंड के चुनाव के साथ हो सकता है, किन्तु केवल झारखंड चुनाव की घोषणा होने से साफ हो गया कि दिल्ली के चुनाव तय समय पर होने वाले है।
सरकार की ओर से नए ऐलान
इसके बाद अरविंद केजरीवाल की खुशी उनके चेहरे पर भी दिखाई दी। इसकी वजह स्पष्ट है कि केजरीवाल के अधिकतर काम दिसंबर तक पूरे दिखने लगेगा। फिर चाहे दिल्ली की बसों में मार्शल की तैनाती हो या स्ट्रीट लाइट हो या डोर टू डोर सर्विस का कार्य हो। अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र-हरियाणा चुनावों की घोषणा के बाद लगभग रोज खुद या अपनी सरकार की ओर से नए ऐलान किए हैं।
दोनों पार्टियों में हो सकता है गठबंधन
2019 लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस और आप, दोनों पार्टियों में गठबंधन की वकालत की जा रही है। हालांकि, दिल्ली की पूर्व CM स्वर्गीय शीला दीक्षित,आप के साथ गठबंधन के विरुद्ध थीं। दूसरी बात कांग्रेस की बागडोर अब फिर से सोनिया गांधी के हाथ में है। इसके बाद से गठबंधन और नए सहयोगियों की ओर हाथ बढ़ाने में भी अब कांग्रेस को झिझक नहीं है। इस वजह से अरविंद केजरीवाल को इन सब बातों के लिए कम से कम दो महीने का समय मिल गया है। वहीं भाजपा का मानना है कि भाजपा भी अभी चुनाव के मूड में नहीं थी।