देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसकी चपेट में अब स्वास्थ्य कर्मी भी आना शुरू हो गए हैं। दिल्ली के कलावती अस्पताल में रविवार सुबह 10 माह के बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। बच्चे को अस्पताल लेकर आए पिता को भी संक्रमित पाया गया है, वहीं उसकी मां की कोरोना जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि बच्चे को सांस की समस्या होने पर उसके पिता अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में लेकर आए थे। वहीं अस्पताल को सैनिटाइज करने का काम चल रहा है। बता दें कि राजधानी में अब तक करीब 1900 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 43 लोगों की मौत हुई है।

इसके अलावा आज ही अस्पताल के दो डॉक्टरों और छह नर्सों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल सभी आठ स्वास्थ्य कर्मचारियों को क्वारंटीन कर दिया है। उनके संपर्कों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रबंधन फिलहाल अस्पताल को कंटेनमेंट जोन में तब्दील करने को लेकर विचार कर रहा है।

एक ही अस्पताल में एक साथ इतने लोगों के संक्रमित होने से खलबली मच गई है। मालूम हो कि शनिवार को इसी अस्पताल में डेढ़ माह का एक मासूम कोरोना से जंग हार गया था। बच्चे ने कलावती शरन अस्पताल के आईसीयू में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वह दिल्ली में अब तक सबसे कम आयु का संक्रमित शिशु था।

बता दें कि निजामुद्दीन और दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के बाद कलावती शरन अस्पताल तीसरे सबसे बड़े हॉटस्पॉट के रुप में उभर कर सामने आया है। अब तक यहां दो डॉक्टर सहित 11 लोग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें दो मासूम भी शामिल हैं। बाल रोग विभाग के आईसीयू में सात शिशु वेंटिलेटर पर हैं। इन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।

केंद्र सरकार के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाले कलावती अस्पताल में कुछ दिन पहले द्वारका निवासी एक डॉक्टर संक्रमित मिली थीं, जिसके बाद से अब तक यहां कई संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं।

 

 

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