नई दिल्ली। दिल्ली में 30 जून को अधिकतम तापमान 43.73 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह 1951 के बाद से इस दिन का दूसरा सबसे अधिक अधिकतम तापमान है, जो 30 जून 1987 को दर्ज 43.76 डिग्री सेल्सियस से दसवें डिग्री से भी कम है। बारिश के मौसम में लू जैसी स्थिति को होना, दिल्ली के मौसम में असाधारण बदलाव का एक उदाहरण है। मौसम विज्ञान विभाग के बारिश और तापमान के आंकड़े दिल्ली की जलवायु में हो रहे बदलाव को दर्शाते हैं। इस बदलाव को दिखाने के लिए आगे कुछ चार्ट दिए गए हैं 30 जून 2021 को 43.73 तापमान इस मौसम का सबसे गर्म दिन था। वर्ष 1951 से लेकर अभी तक मार्च-जून अवधि का सबसे गर्म दिन 38 बार जून महीने में आया। इसमें से 23 बार सबसे गर्म दिन 12 जून को या उससे पहले आया, वहीं 16 जून या उसके बाद 15 बार सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। जून का अंतिम सप्ताह, जब मानसून आमतौर पर दिल्ली में आता है, उस समयावधि में केवल दो बार सबसे गर्म दिन 1987 में और 1991 में दर्ज किया गया।
आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अप्रैल, मई और जून के पहले पखवाड़े में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 1981-2010 की अवधि के औसत के करीब या उससे काफी कम रहा है। आईएमडी 1981-2010 की अवधि में तापमान के औसत का उपयोग यह जांचने के लिए करता है कि तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस के विचलन के साथ अपेक्षा से अधिक या कम है या नहीं। इससे यह पता चलता है कि जून के अंतिम सप्ताह तक दिल्ली में सामान्य गर्मी थी। दिल्ली में इस साल मई में कुल 111.1 मिलिमीटर बारिश हुई। यह महीने के दीर्घावधि औसत (एलपीए) से 400.4% अधिक है। वर्षा का एलपीए 1961-2010 की अवधि में हुई बारिश का औसत होता है। मई में हुई बारिश का बड़ा हिस्सा चक्रवात तौकते के कारण पैदा हुई परिस्थितियों से हुआ था। मई महीने में हुई कुल बारिश 111.1 मिलिमीटर बारिश का 72% हिस्सा यानी 80.2 मिमी 20 मई को बरसा, जो 1901 के बाद से इस दिन हुई सबसे अधिक बरसात है। 20 मई को बारिश का एलपीए आंकड़ा सिर्फ 0.87 मिमी है। 19 मई, 21 मई और 22 मई भी अच्छी बारिश हुई थी। 1901 के बाद से इन दिनों में 11वां उच्चतम, आठवां उच्चतम और उच्चतम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा, मई में हर सप्ताह एक बार बारिश हुई, जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि तापमान ऐतिहासिक रूप से बहुत कम रहा है। 18 से 20 मई तक दिल्ली का अधिकतम तापमान 1951 के बाद से सबसे कम था। 21 से 24 तक अधिकतम तापमान 1951 के बाद से दूसरा सबसे कम, छठा सबसे कम, तीसरा सबसे कम और सातवां सबसे कम तापमान था।

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