कोरोना के संक्रमण को देखते हुए दिल्ली पुलिस भी वह हर कदम उठा रही है जिससे संक्रमण से पूरी तरह बचा जा सके। संक्रमण से महकमे को बचाने के लिए पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच समेत सभी यूनिटों में तैनात 50 साल व इससे अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को छुट्टी पर भेजने का ऑर्डर जारी किया है।
आयुक्त का ऑर्डर मिलते ही सभी यूनिटों के डीसीपी ने तत्काल प्रभाव से बुधवार को ही 50 व इससे अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को छुट्टी दे और उन्हें अगले आदेश तक घर पर आराम करने को कहा। यूनिटों में बाकी बचे पुलिसकर्मियों को अत्यधिक सावधानी बरतते हुए 10-10 दिन बारी-बारी से ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए। यानी एक पुलिसकर्मी महीने में 20 दिन ही ड्यूटी करेगा।
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक 50 साल से अधिक उम्र के जिन पुलिसकर्मियों को छुट्टी दी गई है और बाकी बचे जिन पुलिसकर्मियों को दस दिन आराम करने को कहा गया है। उन्हें यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने मोबाइल बंद नहीं करेंगे। जरूरत पड़ने पर विशेष परिस्थिति में उन्हें कभी भी बुलाया जा सकता है। ऐसी परिस्थिति में उन्हें 15 मिनट के अंदर ऑफिस आना होगा।
वर्क फ्रॉम होम करने वाले पुलिसकर्मियों को कहा गया है कि वे घरों से किए जाने वाले काम करते रहें। जिन मुकदमों की तफ्तीश घरों से संभव है उसे करते रहें। इसके अलावा आयुक्त ने सभी 15 जिलों के डीसीपी से भी कहा है कि वे अपने-अपने जिले के थानों में तैनात पुलिसकर्मियों में 25 फीसद को छुट्टी पर भेज दें।
इसमें 50 साल से ऊपर के पुलिसकर्मियों को पहले प्राथमिकता देने को कहा गया है, इसके बाद अन्य कर्मियों को छुट्टी देने को कहा गया है। थानों में तैनात 25 फीसद उन पुलिसकर्मियों को छुट्टी देने को कहा गया है जिनके पास इन दिनों गैर जरूरी जिम्मेदारी हैं, जैसे मालखाना, रिकार्ड व सीपा आदि। स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, आर्थिक अपराध शाखा, पीसीआर, स्पेशल ब्रांच, इंटेलिजेंस, विजिलेंस, महिला अपराध शाखा व सभी अधिकारियों के कार्यालय आदि में तैनात 50 साल से अधिक पुलिसकर्मियों को छुट्टी दे दी गई है।
लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने के लिए थाना पुलिस को 24 घंटे फील्ड ड्यूटी करने पड़ रहे हैं। ऐसे में थानों में तैनात पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यूनिटों में तैनात 50 साल से अधिक कर्मी जो शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हैं उन्हें इस विषम परिस्थिति में थानों से अटैच कर दिया जाए ताकि उन्हें थानों को संभालने की जिम्मेदारी सौंपी जा सके। इससे थानों में तैनात अधिक से अधिक पुलिसकर्मी फील्ड ड्यूटी कर सकें। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मीटिंग्स बंद कर दिया है। कई सारे मोबाइल एप हैं जिसके जरिए वे मीटिंग्स कर रहे हैं।