नई दिल्ली। कोविड संक्रमण के बीच मेट्रो में सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। भीड़ को देखते हुए दिल्ली मेट्रो ने रेड लाइन (गाजियाबाद से रिठाला), यलो लाइन (गुरुग्राम से समयपुर बादली) और ब्लू लाइन (नोएडा/वैशाली से द्वारका) पर छह कोच वाली ट्रेन को आठ कोच में बदलने का काम शुरू कर दिया है। मेट्रो के मुताबिक पहले चरण में यलो लाइन पर काम पूरा किया जाएगा। दिल्ली में मेट्रो अभी 336 ट्रेन सेट का परिचालन करती है। तीनों लाइन पर छह कोच वाली ट्रेन को आठ कोच में बदलने के लिए 120 अतिरिक्त कोच लाए जा रहे हैं। यह काम बेहद तेजी से चल रहा है, जिसके बाद इस लाइन पर सभी ट्रेन आठ कोच की हो जाएगी। यलो लाइन पर छह कोच वाले कुल 12 ट्रेन सेट हैं, जिसे इस महीने के अंत तक आठ कोच का कर लिया जाएगा। बाकी दो लाइन पर साल के अंत तक जैसे-जैसे कोच मिलेंगे ट्रेन को 8 कोच का किया जाता रहेगा। मेट्रो के मुताबिक यलो लाइन पर छह कोच वाली 12 ट्रेन को आठ कोच में तब्दील करने के बाद इस लाइन पर आठ कोच वाली ट्रेनों की संख्या 64 हो जाएगी। इसी तरह सबसे व्यस्त लाइन ब्लू लाइन पर छह कोच वाली 9 ट्रेन सेट को 8 कोच में बदला जाएगा, जिससे आठ कोच वाली ट्रेनों की संख्या 74 हो जाएगी। सबसे अधिक रेड लाइन पर 39 छह कोच वाली ट्रेन को आठ कोच में बदला जाएगा। ट्रेन के आठ कोच में तब्दील होने का फायदा दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम के लोगों को भी मिलेगा। दिल्ली मेट्रो के मुताबिक जिन तीन लाइन पर कोच बढ़ाने का काम चल रहा है। उनपर सबसे अधिक यात्री सफर करते हैं। मेट्रो में जितने यात्री सफर करते हैं, उसका 50 फीसदी अकेले इन्हीं तीन लाइन पर सफर करते हैं। इन तीन लाइन पर दिल्ली मेट्रो के सबसे बड़े तीन इंटरचेंज भी हैं, जिसमें राजीव चौक, हौज खास और कश्मीरी गेट शामिल हैं। मेट्रो का कहना कोच बढ़ने के बाद कोविड महामारी में यात्रियों के बीच सामाजिक दूरी का पालन कराना आसान होगा।