पिछले कई दिनों से लगातार हाहाकार मचा रहा कोरोना वायरस अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन इस वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण आज मानवीय पहलू तबाही की कगार पर पहुंच चुका है। हर दिन इस वायरस के कारण न जाने ऐसे कितने परिवार है जी मौत का शिकार हो रहे है, वहीं इस वायरस का संक्रमण लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है रोजाना इसकी चपेट में आने से लाखों लोग संक्रमित हो रहे है। यदि हम बात करें दुनियाभर में मरने वालों की तो अब तक 2 लाख 11 हजार से अधिक लोगों की मौते हो चुकी है। वहीं कोरोना वायरस को लेकर अब दिल्ली के अस्पताल नए हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं। एम्स और सफदरजंग से लेकर दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। अब तक 23 अस्पताल के 211 डॉक्टर व अन्य कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। गौर करने वाली बात है कि इनमें से 95 फीसदी संक्रमित कर्मचारी कोरोना उपचार करने वाली टीम का हिस्सा नहीं हैं।
पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में 33 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हैं। यहां एक नर्स के पॉजिटिव मिलने के बाद बाकी स्वास्थ्य कर्मचारियों की जांच कराई गई थी। पहला मरीज डिस्चार्ज हो चुका है, जबकि बाकी 32 संक्रमित स्वास्थ्य कर्मचारियों को साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती किया जा चुका है। 14 अप्रैल को मैक्स अस्पताल प्रबंधन ने अपने यहां आने वाले मरीज व स्वास्थ्य कर्मचारियों की कोरोना जांच अनिवार्य की थी।
मैक्स के 15 स्वास्थ्य केंद्रों पर अब तक 2681 स्वास्थ्य कर्मचारियों की जांच हो चुकी है, जिनमें से 61 संक्रमित मिल चुके हैं। इन सभी का उपचार साकेत स्थित मैक्स के मुख्य अस्पताल में चल रहा है। इनमें से अब तक 10 स्वास्थ्य कर्मचारी को छुट्टी मिल चुकी है। अभी तक साकेत और मुंबई स्थित मैक्स के दो प्रमुख अस्पतालों में 200 संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। वहीं, सोमवार को दिल्ली के जगप्रवेश अस्पताल में एक डॉक्टर और सफदरजंग अस्पताल में एक और नर्स संक्रमित मिली है। अब तक इन दोनों ही अस्पतालों में क्रमश: दो और नौ स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं।