दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों से कक्षाओं में लौटने का आग्रह किया है। मार्च में जेएनयू के अलावा कई यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस की पूरी कोशिश है कि प्रदर्शनकारियों को जेएनयू से बाहर न जाने दें। यदि वे बाहर आ भी जाते हैं तो इनको हिरासत में लिया जाएगा।
जेएनयू परिसर के बाहर बसों की व्यवस्था
इसके लिए जेएनयू परिसर के बाहर कई बसों की व्यवस्था की गई है। विवाद निपटाने के लिए एचआरडी मंत्रालय ने यूजीसी के पूर्व चेयरमैन वीएस चौहान के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की है। यह कमेटी विद्यार्थियों और JNU प्रशासन से बात करके हल निकालने का प्रयास करेगी। JNU के गेट पर धारा 144 लागू की गई है, इसके साथ ही पूर्वी गेट को भी बंद किया गया है। बाबा गंग नाथ मार्गे, अरुणा असरफ मार्ग बंद कर दिया गया है।
गेट पर 200 पुलिसकर्मी तैनात
JNU के प्रत्येक गेट पर 200 के करीब पुलिस बल तैनात किए गए हैं और हर गेट पर बैरिकेडिंग भी की गई है। दिल्ली पुलिस ने 9 कंपनी फोर्स JNU में लगाई हैं जिसमें पैरा मिलिट्री फोर्स भी शामिल है। परिसर में कुल 1200 पुलिस कर्मी तैनात किए गए है। वहीं यातायात द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है कि नेल्सन मंडेला रोड, अरुणा आसिफ अली रोड और गंगनाथ मार्ग जानें से बचें, महरौली महीपालपुर रोड, अरविंदो मार्ग, आउटर रिंग रोड और एनएच 48 का उपयोग करें।