मदरलैंड संवाददाता, उदाकिशुनगंज

संक्रमण के विसात को नहीं समझ रहे इनका समाज
उदाकिशुनगंज प्रखंड के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के मंजौरा पुलिस कैंप प्रभारी मूरलीधर पासवान पर टेलर दुकानदार ने सहयोगियों के साथ हमला बोल दिया। दुकान बंद कराने के आग्रह पर दुकानदार ने पुलिस पर हमला किया। आरोपित दुकानदार का नाम मो ऐनुल बताया जा रहा है।  दुकानदार ने जान मारने की नियत से पुलिस अधिकारी पर कैंची से हमला किया। स्थानीय लोगों के बीच बचाव से पुलिस अधिकारी दुकानदार और उसके समर्थकों के चंगुल से बच पाया। इस दौरान पुलिस  अधिकारी से धक्का मुक्की किया गया । पुलिस के डंडे को छीनकर दुकानदार पुलिस अधिकारी को अनपे दुकान में खींचकर ले जाने लगे। पूरे वाक्या एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें पुलिस से भिड़ंत का फुटैज दिखाया गया है।  दुकानदार  पुलिस अधिकारी  कह रहे थे कि दुकान में बंद कर सांसे अटका देंगे। दुकानदार ने पुलिस की लाठी और पिस्तौल छीनने की भड़सक कोशिश की। हमले के वक्त पुलिस अधिकारी अकेले थे। वह लाॅकडान का पालन कराने मंजौरा बाजार पहुंचे थे। पहले पुलिस ने कपड़ा सिलाई का काम करने वाले टेलर दुकानदार से दुकान बंद करने को कहा। दुकान के पास कुछ लोगों की भीड़ भी थी। पुलिस के कहने पर दुकानदार ने कहा कि आधी शेटर तो बंद है। पुलिस ने कहा कि लाॅकडान में सिर्फ जरूरत के दुकान ही तय समय तक खुले रह सकता है। कपड़े सिलाई की दुकान जरूरत के दायरे में नहीं आता है। इसी बात पर दुकानदार पुलिस से उलझ बैठे। दुकानदार ने तो यहां तक कह दिया कि उसे महामारी का भय नहीं है। लाॅकडान कर सरकार लोगों को परेशान कर रही है। दुकानदार ने पुलिस पर ही पिटाई करने का आरोप लगाया है। दुकानदार का कहना है कि पुलिस ने बेवजह उसे डंडे मार दिया। मामला गंभीर बन गया। उसके बाद बड़ी संख्या में बलों को बुला लिया गया । स्थानीय जनप्रतिनिधियों के पहल से माहौल शांत हुआ। शांति के लिए पुलिस ने बाजार में पैदल मार्च किया। उनके साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि थे। पुलिस ने बताया कि इस मामले में दुकानदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएंगे। लाॅकडान में पुलिस पर इस क्षेत्र में यह पहला हमला है। कोरोना योद्धा पर हुए हमले की लोगों ने निंदा की। वहीं पर जनप्रतिनिधियों ने कोरोना के योध्दा पुलिस को सम्मानित किए। पूरी घटना के बाद दुकानदार फरार हो गए। इस दौरान शांति बहाल कराने में जिला परिषद सदस्य रीना जायसवाल, पूर्व मुखिया अनिल जायसवाल, पंसस प्रतिनिधि सुनिल जायसवाल, पूर्व सरपंच अजय शंकर सिंह, विनय जायसवाल, भूषण गुप्ता आदि मौजूद थे। आखिर एक समाज के लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को समझने के लिए तैयार क्यों नहीं है। फिर उस समाज के लोगों ने दुकानदार को पुलिस के खिलाफ साथ दिया।

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