नई दिल्ली। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आसियान की मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हिस्सा लिया। आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ यह बैठक आज सुबह साढ़े छह बजे हुई। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा “आतंकवाद और कट्टरपंथ विश्व शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के सदस्य के रूप में, भारत आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है।” सुरक्षा चुनौतियों से मुकाबला करने पर भारत का रूख पेश करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आपसी सहयोग से ही आतकंवादी संगठनों को और उनके नेटवर्क को बाधित किया जा सकता है। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि फिलहाल सामूहिक रूप से हमारे सामने जो चुनौती है वह है- कोविड-19 रक्षा मंत्री ने कहा कि वायरस अपने रूप बदलता है और इसके नए-नए वैरिएंट सामने आते रहते हैं जिसने हमारी चिकित्सा प्रक्रिया को सीमा तक धकेल दिया है। इस बैठक में भारत के साथ चीन, जापान और रूस के रक्षा सचिव भी मौजूद रहे। आसियान सदस्य देशों और आठ संवाद भागीदारों यानी ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका को शामिल करने वाला एक महत्वपूर्ण मंच है। जो सुरक्षा को मजबूत करने के लिए और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास के लिए रक्षा सहयोग को बढ़ाना देता है।

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