
रुड़की! पंचायत चुनाव की राजनीति के माहिर दिग्गज गुर्जर नेता चौधरी राजेन्द्र सिंह इस बार सहारनपुर जिले की देवबंद विधानसभा सीट से चुनाव चुनाव मैदान में होगें! बसपा हाईकमान ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है! जल्द ही पार्टी स्तर पर इसकी औपचारिक घोषणा भी हो सकती है! माना जा रहा है कि देवबंद विधानसभा सीट पर लगभग 50 हजार गुर्जर और करीब एक लाख दलित वोट होने के कारण बसपा हाईकमान की कोशिश यहां दलित, गुर्जर, मुस्लिम समीकरण के सहारे सीट जीतने का है! खुद चौधरी राजेन्द्र सिंह भी इसी रणनीति पर काम कर रहे हैं! देवबंद विधानसभा के झबरेड़ा से सटे होने और राजेन्द्र सिंह का देवबंद विधानसभा के मिरकपुर गांव में अपना परिवार होने से भी उन्हें इसका राजनीतिक लाभ मिल सकता है! जानकारों का मानना है कि फिलहाल चौधरी राजेन्द्र सिंह अपने समाज और देवबंद विधानसभा में बनी रुड़की क्षेत्र की दूसरे समाज की रिश्तदारियों में पैठ बनाने में लगे हैं! 1998 के दशक में सहारनपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके राजेन्द्र सिंह को जिले देवबंद विधानसभा क्षेत्र की पूरी जानकारी भी है! जानकारों का यह भी मानना है कि चुनाव में उन्हें इसका बड़ा लाभ भी मिल सकता है! इसका एक बड़ा कारण यूपी में दलित समाज का बसपा के पक्ष में लामबंद होना भी है! सोमवार को मदरलैंड वाइस के उत्तराखण्ड सम्पादक राजकुमार से बातचीत में बसपा नेता एवं गुर्जर नेता चौधरी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि पार्टी हाईकमान जहां से भी उन्हें लड़ने को कहेगीं वह वहीं चले जाएगें! पार्टी हाईकमान का आदेश उनके लिए सबसे बड़ा है और चुनाव को लेकर हाईकमान का जो भी आदेश होगा वह उन्हें मान्य होगा! हां मिरकपुर गांव में उनका परिवार और देवबंद विधानसभा क्षेत्र में उनकी रिश्तेदारियां और समाज बड़ी संख्या में है! हरिद्वार के सहारनपुर जिले का हिस्सा रहने और देवबंद विधानसभा के झबरेड़ा से सटे होने से भी दोनों क्षेत्रों के लोग एक दूसरे से मिले हुए हैं! राजेन्द्र सिंह ने दावा किया कि खानपुर से ज्यादा देवबंद विधानसभा में उनके रिश्ते और पैठ है, जिस कारण देवबंद उनके लिए खानपुर विधानसभा से ज्यादा मजबूत है! उन्होंने दावा किया कि देवबंद सीट पर इस बार बसपा का कब्जा होगा! रिकॉर्ड मतों से बसपा यहां जीत दर्ज करेगी!