नई दिल्ली। भारतीय रेल सभी बाधाओं को पार करते हुए तथा नए समाधान निकाल कर देश के विभिन्न राज्यों में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाना जारी रखे हुए है। राष्ट्र की सेवा में ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा तरल चिकित्सा ऑक्सीजन पहुंचाने में 28000 मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर गई। भारतीय रेल द्वारा अभी तक देश के विभिन्न राज्यों में 1628 से अधिक टैंकरों में लगभग 28060 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाई गई है। यहाँ पर यह बताना आवश्यक है कि 397 ऑक्सीजन एक्सप्रेस गाड़ियों ने अपनी यात्रा पूरी कर विभिन्न राज्यों को सहायता पहुंचाई है। 5 ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेलगाड़ियां 24 टैंकरों में 494 मीट्रिक टन से अधिक एलएमओ लेकर चल रही हैं। ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा तमिलनाडु में 3900 एमटी से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाई गई है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में क्रमशः 3100 और 3400 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाई गई है।ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने 45 दिन पहले 24 अप्रैल को महाराष्ट्र में 126 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की डिलीवरी करने के साथ अपना काम प्रारंभ किया था। भारतीय रेलवे का यह प्रयास रहा है कि ऑक्सीजन का अनुरोध करने वाले राज्यों को जहाँ तक संभव हो, कम से कम समय में अधिक से अधिक ऑक्सीजन पहुंचाई जा सके। ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा 15 राज्यों- उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड और असम को ऑक्सीजन सहायता पहुंचाई गई है। महाराष्ट्र में 614 मीट्रिक टन ऑक्सीजन, उत्तर प्रदेश में लगभग 3797, मध्य प्रदेश में 656 मीट्रिक टन, दिल्ली में 5722 मीट्रिक टन, हरियाणा में 2354 मीट्रिक टन, राजस्थान में 98 मीट्रिक टन, कर्नाटक में 3450 मीट्रिक टन, उत्तराखंड में 320 मीट्रिक टन, तमिलनाडु में 3972 मीट्रिक टन, आंध्र प्रदेश में 3130 मीट्रिक टन, पंजाब में 225 मीट्रिक टन, केरल में 513 मीट्रिक टन, तेलंगाना में 2765 मीट्रिक टन, झारखंड में 38 मीट्रिक टन और असम में 400 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचाई गई है।