मुम्बई । केरल और मुंबई के बाद अब मॉनसून बंगाल, झारखंड से लेकर बिहार तक में दस्तक देने को तैयार है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानूसून अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है और अगले दो दिन में पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के सभी इलाकों तक यह पहुंच जाएगा। माना जा रहा है कि अगले एक- दो दिनों में इन इलाकों में तेज बारिश हो सकती है, क्योंकि परिस्थितियां अभी से ही अनुकूल बनी हुई हैं। मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून दक्षिण गुजरात के कुछ और इलाकों, महाराष्ट्र के बचे हुए इलाकों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और दक्षिण गुजरात भी पहुंच गया है। विभाग ने बताया, गुजरात के कुछ और हिस्सों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के बाकी बचे इलाकों, पूरे पश्चिम बंगाल और झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में मॉनसून के अगले 48 घंटे में पहुंचने की अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है। मॉनसून के बादलों का रुख सूबे की ओर बढ़ रहा है। मौसम की परिस्थितियों के अनुसार अगले 24 से 36 घंटों में मॉनसून का प्रवेश प्रदेश में सुनिश्चित है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, सूबे में बारिश की स्थिति का आकलन जारी है। शुक्रवार की बारिश की स्थिति अगर मॉनसून के आगमन के मानक के अनुकूल पाई गई तो बिहार में इसके आगमन की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। शनिवार तक तो निश्चित रूप से इसके सूबे में प्रवेश और आंशिक प्रसार के आसार हैं। मॉनसून के आगमन के बाद राज्य के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्य में 14 जून तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 से 48 घंटों में तीव्र वज्रपात की परिस्थतियां बनी रहेंगी। कुछ जगहों पर भारी तो कई जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। गौरतलब है कि सूबे में मॉनसून के पहुंचने का मानक समय 13 जून है। यह पूर्णिया के रास्ते सूबे में प्रवेश करता है। इस बार इसके समय से पूर्व आगमन की परिस्थतियां पूरी तरह अनुकूल हैं बंगाल की खाड़ी की ओर बना चक्रवाती परिसंचरण कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने को है। यह पश्चिमोत्तर बंगाल की ओर अगले 24 घंटों में प्रसार पाएगा। इसके बाद के 24 घंटों में पश्चिम उत्तर क्षेत्र की ओर बढ़ेगा। इसके अलावा एक ट्रफ रेखा पूर्वी उत्तरप्रदेश से बिहार और गांगेय पश्चिम बंगाल से होकर बंगाल की पूर्वोतर खाड़ी की ओर फैली हुई थी। वह अब एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में दक्षिण उत्तरप्रदेश की ओर स्थित है। इन दोनों मौसमी सिस्टम के प्रभाव से अगले 48 घंटों में गरज के साथ कुछ जगहों पर बारिश का अनुमान है। इस दौरान बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है।