मो0 सरफ़राज़ आलम : देश में लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ कोसी युवा संगठन द्वारा देश के प्रधानमंत्री और बिहार में लगातार कई दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शहर के शंकर चोक पर पुतला फूंक कर सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया गया। हाल ही में आए रिपोर्ट के अनुसार भारत महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश में सबसे ऊपर मतलब नंबर एक पर है। देश में यौन हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही है रोजाना पूरे देश में 1000 से अधिक यौन शोषण के केस दर्ज होते हैं। इसके अलावा भी सांस्कृतिक और महिलाओं की बढ़ती तस्करी के मामले में वृद्धि हुई है।
कई सख्त कानून लागू
साल 2012 में दिल्ली के चर्चित निर्भया गैंगरेप के बाद सरकार ने दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ कई सख्त कानून के संकेत दिए जो सिर्फ कागजी साबित हुआ और परिणामस्वरूप 7 सालों में दर्जनों रेप और हत्या का मामला सामने आए। पुतला दहन के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष सोहन झा ने कहा कि निर्भया कांड के बाद जनता में उपजे आक्रोश के बाद वर्मा कमीशन की सिफारिशों के आधार पर सरकार ने नया एंटी रेप लॉ बनाया। इसके लिए आईपीसी और सीआरपीसी में तमाम बदलाव किए गए साथ ही रेप को लेकर कई नए कानूनी प्रावधान भी शामिल किए गए। लेकिन फिर भी बलात्कार के मामले बढ़ते चले गए। दुख की बात यह है कि देश की राजधानी दिल्ली भी एनआरसीबी के सालाना सर्वेक्षण के बाद देश में महिलाओं के लिए सबसे अधिक असुरक्षित शहर माना गया। निर्भया कांड के बाद भी दिल्ली में दुष्कर्म के दर्ज मामले में 132 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई। महिला सुरक्षा से जुड़े तमाम कानून और बहसों के बावजूद देश में अपराध घट नहीं रहे। तमाम राजनीतिक दल एक-दूसरे पर दोषारोपण कर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।
सत्ता और विपक्ष से जुड़े प्रभावशाली लोगों के नाम भी दुष्कर्म में उजागर
हाल के कई चर्चित दुष्कर्म मामले में कई ऐसे सफेदपोश नाम भी सामने आए हैं जो सत्ता और विपक्ष से जुड़े प्रभावशाली लोग हैं जिसे राजनीतिक दलों का संरक्षण प्राप्त है और आरोप सिद्ध होने के बाद भी ऐसे नेता खुलेआम घूम रहे हैं और जांच को प्रभावित कर रहे हैं। वहीं राजेश रमन ने कहा कि जब हर तरफ से महिलाओं के लिए निराशाजनक खबर आ रही है ऐसे में डॉक्टर प्रियंका रेड्डी कांड में आरोपियों का एनकाउंटर कर पीड़िता को न्याय दिलाने का काम हैदराबाद पुलिस ने किया है इसके लिए हैदराबाद पुलिस बधाई के पात्र हैं। समय आ गया है देश में बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों को सख्त से सख्त सजा का नियम लागू हो और दोषी को 60 दिनों के भीतर सजा दिलवाया जाए। कोसी युवा संगठन देश के माननीय प्रधानमंत्री जी से मीडिया के माध्यम से मांग करती है कि दुष्कर्म मामले में स्पीड ट्रायल के माध्यम से 60 दिनों के भीतर दोषी का पहचान कर फांसी के सजा का प्रावधान करवाएं। ऐसे मामले के 18 वर्ष से कम उम्र के दोषीयो को नाबालिग की श्रेणी में ना रखकर सिर्फ और सिर्फ फांसी के सजा का प्रावधान करें। दुष्कर्म मामले में राष्ट्रपति से माफीनामा का कोई प्रावधान ना हो और अदालती फैसला के बाद 60 दिनों के भीतर ही दोषी को लटका देने का प्रावधान हो। देश में ऐसे भवन का निर्माण करवाया जाए जहाँ सिर्फ दुष्कर्म पीड़िता के मामलों का समाधान हो ताकि तय समय सीमा में पीड़िता को न्याय मिल सके। पुतला दहन कार्यक्रम में राजेश रमन , दिलखुश पासवान, शंकर मंडल ,रामानंद कुमार , कुश भाई पटेल जागो, पम्पम झा , अमन , मिथलेश यादव, गुलशन माही , सुमन झा , राजीव, जीतू , अभिमन्यु , नीतीश, बाबुल, विशाल , राजन रावत, रोकी , बादल , आशीष , रमेश दास , सहित कई साथी मौजूद रहे।