देश में मानसून ने प्रवेश कर लिया है। इसके चलते कई राज्य में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं मध्य प्रदेश के रीवा, सतना, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना और बैतूल में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गयी है। इसके अलावा भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में और इंदौर व धार जिले में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली चमकने की चेतावनी दी गई है।

दरअसल, भोपाल शहर में लगातार चौथे दिन रविवार को भी शाम को कुछ देर के लिए तेज बरसात हुई है। करीब एक घंटे में 1 सेमी.बारिश रिकार्ड की गई। जून में अभी तक सीजन की 40 सेमी. बरसात हो गई है। जो कि सामान्य(लगभग 15 सेमी.) के मुकाबले 25 सेमी. अधिक है। सोमवार से मौसम विज्ञानियों ने प्रदेश के कुछ स्थानों पर बरसात की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना जाहिर की है।

बता दें की मौसम विज्ञान केंद्र के प्रवक्ता के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं शहर में सुबह से ही आसमान पर आंशिक बादल मौजूद रहे थे। दोपहर में धूप निकलने से वातावरण में उमस थोड़ी बढ़ गई थी। उधर शाम ढलते ही तेज हवा के साथ बादल घिर आए और शहर के अलग-अलग स्थानों पर तेज बौछारें पड़ी। इससे वातावरण ठंडा हो गया। इस संबंध में मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मप्र. से मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका लाइन(ट्रफ) बनी हुई है। इससे अरब सागर से नमी आ रही है। उधर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ने के वजह से वातावरण में भी काफी नमी बरकरार रही है। इस कारण तापमान बढ़ते ही शाम के समय बारिश होने लगती है। साहू के मुताबिक पश्चिम बंगाल के आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसके प्रभाव से सोमवार से प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी। विशेषकर उत्तरी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं अच्छी बरसात की भी संभावना जताई है।

Previous articleमध्यप्रदेश में एक दिन में 221 लोग कोरोना संक्रमित
Next articleवर्किंग जॉर्नलिस्ट ऑफ इंडिया ने चीनी वस्तुओं और चीनी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स के विरुद्ध प्रदर्शन किया

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here