मदरलैंड संवाददाता, पटना
पटना। देश में कोरोना जैसे महामारी से संघर्ष करने के लिए चल रहा लॉक डाउन के बीच मजदूर, किसान, छात्र, नौजवान और महिलाएँ देशव्यापी कार्यक्रम के तहत 21 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे से 10 मिनट के लिए अपने हस्तलिखित पोस्टर, प्लेकार्ड के नारे के साथ अपने कार्यालय या दरवाजे पर खड़े होकर विरोध करेंगे।
सीटू के राज्य अध्यक्ष दीपक भट्टाचार्य, राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, किसान सभा के राज्य अध्यक्ष ललन चौधरी, राज्य महासचिव विनोद कुमार, जनवादी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवंशी, राज्य महासचिव शशि भूषण प्रसाद, एडवा के राज्य अध्यक्ष नीलम देवी, महासचिव गीता सागर, खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष देवेंद्र चौरसिया, महासचिव भोला दिवाकर, राज्य महासचिव मुकुल राय ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हमें राशन चाहिए भाषण नहीं, सलाह निर्देश और आश्वासन के बावजूद पूरा वेतन क्यों नहीं? और मेरी नौकरी क्यों छीन ली गई? जैसे नारों के साथ 21 अप्रैल को देशव्यापी आह्वान के तहत विरोध करने का निर्णय लिया है।संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है प्रतिबंधों के बावजूद हमारा प्रबंधन हमें प्रतिबंधित क्षेत्रों में काम करने के लिए निर्देश दे रहा है। हमारी मदद करें। सरकार के निर्देशों के बावजूद छँटनी और वेतन भुगतान न करने वाले नियोक्ताओं की पहचान की जाए और आवश्यक कार्रवाई की जाए।
अगले 3 महीने तक आयकर नहीं देने वाले सभी परिवारों के बैंक खाते में न्यूनतम 7500 रू. नगद हस्तांतरण सुनिश्चित किया जाए।प्रेस विज्ञप्ति में नेताओं ने कहा जरूरतमंदों को भोजन और अन्य बुनियादी आवश्यकताओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए। श्रमिकों के हित को ध्यान में रखते हुए काम के घंटे 12 घंटे तक बढ़ाने के लिए कारखानों अधिनियम में संशोधन तथा स्थाई समिति के पास लंबित तीन श्रम संस्थाओं को लागू करने के लिए पहल को रोका जाए। डॉक्टरों और अन्य फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सुरक्षात्मक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए।