पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रहे सीएए के खिलाफ में विभिन्न संगठनों ने कई शहरों में बुधवार यानी 29 जनवरी 2020 को भारत बंद होने की घोषणा की गई। वहीं इसी कड़ी में देहरादून में भी मुस्लिम संगठनों ने बंद रखा है। जहां भारत बंद के दौरान शहर में एक तरफ सड़कों पर सन्नाटा दिखा तो दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने आवाज बुलंद की। कई जगह दुकानें बंद रखी गईं। वहीं, परेड मुस्लिम संगठनों ने परेड मैदान में खूब नारेबाजी की। शहर काजी मुहम्मद अहमद कासमी ने लोगों से विरोधस्वरूप अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की है।

जानकारी के अनुसार देहरादून में कई मुस्लिम संगठनों ने बंद का समर्थन कर दिया। वहीं बीते तीन दिनों से धरना प्रदर्शन के बाद इनामुल्ला बिल्डिंग, माजरा, आजाद कालोनी, मुस्लिम कालोनी, डिस्पेंसरी रोड आदि में सभी दुकानें बंद होने से सन्नाटा पसरा रहा। भारत बंद को सफल बनाने के लिए संगठनों की ओर से डोर-टू डोर संपर्क चल रहा है। इसके चलते सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने शहर को पांच जोन और 11 सेक्टर में बांटा है। पुलिस सुबह से ही धरना स्थल, परेड मैदान और बंद वाले इलाकों में तैनात है।

जहां यह जानकारी मिली है कि देहरादून में तंजीम-ए-रहनुमा-ए-मिल्लत की तरफ से अनुरोध किया है कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में अपने कारोबार बंद कर दुआएं करे कि अल्लाह सरकार को इस काले कानून को वापस लेने की तौफीक दे। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मुस्लिम सेवा संगठन ने केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए इस कानून को वापस न लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। धरना-प्रदर्शन की अगुवाई कर रही उत्तराखंड बार काउंसिल की पूर्व अध्यक्ष रजिया बेग ने कहा कि उन्हें अब अन्य संगठनों से भी धरना प्रदर्शन को सफल बनाने में सहयोग मिल रहा है।

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