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नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी की किताब में उठाये गये सवालों पर करारा जवाब देते हुए कहा है कि जिसे अपनी उम्र ही याद नहीं वह मेरे रिकार्ड कैसे याद रखेगा। गंभीर यहीं नहीं रुके और उन्होंने अफरीदी को 2007 के टी20 विश्व कप का फाइनल याद दिलाया और कहा कि यह मुकाबला भारत और पाक के बीच हुआ था। इसमें मैंने 54 गेंद में 75 रन बनाये थे जबकि अफरीदी शून्य पर ही आउट हो गये थे।’’ इस मैच में भारत ने एक बार फिर खिताब जीता था। गंभीर ने यह भी कहा कि मैं झूठे, देशद्रोही और अवसरवादियों के प्रति सख्त रुख अपनाता हूँ।’’ इससे पहले अफरीदी ने अपनी किताब में गंभीर के व्यवहार और रिकार्ड पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसके साथ ‘एटीट्यूड’ की समस्या है। गंभीर और अफरीदी के बीच अपने खेलने के दिनों से ही मैदान पर प्रतिद्वंद्विता रही है जो अब सोशल मीडिया पर होने लगी है। यह मामला अफरीदी की आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ में गंभीर के बारे में लिखी गई एक घटना के मीडिया में आने के बाद का है। इसी को देखते हुए गंभीर ने एक अफरीदी को 2007 विश्व कप के फाइनल की याद दिलायी थी।
किताब के इस अंश का मीडिया में जिक्र होने के बाद गंभीर ने ट्विटर के जरिये अफरीदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘जिसे अपनी उम्र याद नहीं , वह मेरे रिकार्ड को कैसे याद रखेगा।
वहीं अफरीदी ने अपनी किताब में कहा था कि उन्हें गंभीर और ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वॉर्न के खिलाफ खेलना बहुत पसंद था क्योंकि ये दोनों ही छींटाकशी पर प्रतिक्रिया देते थे। उन्होंने गंभीर के बारे में लिखा, ‘‘कुछ प्रतिद्वंद्विता व्यक्तिगत थी, कुछ पेशेवर पर गंभीर का मामला अलग था। उसका व्यवहार अच्छा नहीं था।’’ अफरीदी ने 2007 एशिया कप का भी जिक्र करते हुए कहा कि वह रन दौड़ते समय मुझ से टकरा गया था, इसके बाद मामला बढ़ने पर अंपायर को दखल देना पड़ा।