सुकमा। छत्तीसगढ़ के जिला बीजापुर में मुठभेड़ के बाद लापता जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने मुठभेड़ स्थल से थोड़ी दूर एक गांव में रखा है। वहां आसपास नक्सलियों की भी मौजूदगी है। इस बीच जवान की पांच साल की बेटी राघवी ने नक्सलियों से अपने पिता को रिहा करने की अपील की है। उसने कहा, ‘पापा की परी पापा को बहुत मिस कर रही है। मैं अपने पापा से बहुत प्यार करती हूं। प्लीज नक्सल अंकल, मेरे पापा को घर भेज दो। इसके बाद राघवी और उसके साथ वहां मौजूद सभी लोग रोने लगे। वहीं, जवान की पत्नी मीनू ने भी नक्सलियों से अपने पति को रिहा करने की अपील की है।
सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास कोथियन जम्मू कश्मीर निवासी हैं। उनकी पदस्थापना बीजापुर जिले में है। नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन में वह भी शामिल थे। मुठभेड़ के बाद से उन्हें लापता बताया जा रहा था।
सोमवार को नक्सलियों ने सुकमा जिले के कुछ पत्रकारों को फोन पर संपर्क कर बताया कि लापता जवान उनके कब्जे में है। उन्होंने कहा कि जवान पूरी तरह सुरक्षित है और उसे जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के जवानों से यह भी अपील की है कि वे आपरेशन प्रहार में शामिल न हों। इस जानकारी के बाद इंटेलीजेंस और पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है और जवान की रिहाई को लेकर प्रयास शुरू हो चुके हैं।














