मदरलैंड संवाददाता, बगहा
वैश्विक महामारी की मार झेल रहे दुनिया की सारी देश परिस्थितियों से लड़ते हुए इस संक्रमण बीमारी को पराजित करने में जी जान से लगे हुए हैं। इधर पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा दो प्रखंड अंतर्गत सर्वव्यापी दुर्गा मंदिर बैराटी संस्थान परिसर में तकरीबन 2 माह पूर्व से ही पहुंचे हुसैन अंसारी जो नरकटियागंज के निवासी हैं। बताते हैं की 25 वर्ष पूर्व से ही इस माता मंदिर परिसर में साल में दो बार सामान बेचने आते हैं जो दशहरा एवं रामनवमी पर्व में काफी चहल-पहल के बीच मेले में महीने भर दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं लेकिन देश में आई आपदा से परेशानियां बढ़ गई हैं क्योंकि हम अपनी सारी सामानों को लेकर अपने घर जा नहीं सकते। वही अपनी भोजन व्यवस्था चलाने के लिए मंदिर परिसर में यदा कदा माता के दर्शन करने वाली भक्तों के द्वारा पहुंच कर सामान खरीदारी किया जा रहा है। जिसमें उसी पैसे से मेरा दाल रोटी का प्रबंध बड़ी मुश्किल से हो रहा है। उधर परिवार वालों के साथ क्या हो रहा है मुझे पता नहीं। उन्होंने बताया कि स्थानीय मुखिया गोरख उरांव के द्वारा कभी-कभार चावल के रूप में सहायता मिलती रहती है। इधर मंदिर परिसर की साधु महात्मा को भी खाने पीने की कठिनाई बढ़ गई है। क्योंकि जिस स्थान पर हजारों लोगों की भीड़ लगी रहती थी। आज पूरे दिन में 40 से 50 लोग ही पहुंच पाते हैं।
मंदिर परिसर में हुसैन अंसारी बेचता है–माला, धागे , कपूर अगरबत्ती लौंग नारियल सिंदूर चूड़ी अंगूठी इत्यादि दर्जनों प्रकार की सामान बेचकर अपनी जीविकोपार्जन करता है।