अविनाश भगत : जम्मू कश्मीर से विवादित धारा 370 व अनुच्छेद 35ए को हटाए जाने तथा इसके पुनर्गठन के बाद से पाकिस्तान की बौखलाहट सरहद पर लगातार बनी हुई है। पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों को निशाना बनाने में लगी है। गत दिवस पाकिस्तानी सेना ने जिला पुंछ की नियंत्रण रेखा के रचाचिकरी सैक्टर से सटी आवासीय बस्तियों पर गोले दागे। जिसमें एक महिला व एक छात्र की मौत तथा 9 स्थानीय नागरिक जख्मी हो गए। भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है।
संघर्ष विराम का उल्लंघन
हालांकि पाकिस्तान की ओर से हमेशा से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जाता रहा है, परंतु जम्मू कश्मीर से विवादित धारा 370 व अनुच्छेद 35ए को हटाए जाने तथा इसके पुनर्गठन के बाद से पाकिस्तान लगातार बौखलाया हुआ है। बताया गया कि इस साल भारत-पाक सीमा व नियंत्रण रेखा पर अब तक पाकिस्तान की ओर से करीब 3 हजार बार बिना उकसावे के गोले दागे जाते रहे हैं।
सरहद पर तनाव
जम्मू स्थित रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता ले0 कर्नल देवेंद्र आन्नद के मुताबिक पाकिस्तान को सरहद पर की जाने वाली उसकी हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। दो दिन पूर्व नियंत्रण रेखा के जिला पुंछ के इसी सैक्टर रखचीकरी में भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तानी सेना के दो अफसरों समेत 4 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। बावजूद इसके पाकिस्तान फिर भी नियंत्रण रेखा के आसपास के आवासीय बस्तियों को निशाना बनाने से बाज नहीं आ रहा। गत दिवस पाकिस्तान की ओर से शाहपुर, किरनी, कस्बा, बंदी चेचियांग, मालती टाॅप तथा कलसान समेत आसपास के सरहदी इलाकों पर लंबी दूरी के 120 एमएम के मोर्टार तथा गोले दागे गए। पुंछ जिला के एसएसपी रमेश अंगराल के मुताबिक पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण स्थानीय कराईस्ट स्कूल का 11वीं कक्षा का छात्र शोयब अहमद तथा एक स्थानीय महिला गुलनाज अखतर की मौत हो गई। इनके अलावा 9 स्थानीय नागरिक जख्मी हुए जिन्हें पुंछ के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान इस प्रकार बिना उकसावे की गोलाबारी कर सरहद पर तनाव बनाए रखना चाहता है। आवासीय बस्तियों को निशाना बनाने की आड़ में अपनी दिशा में मौजूद लांचिंग पैड्स पर आतंकी घुसपैठ कराने की फिराक में है।