इराक में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने अपनी गतिविधियों को फिर बढ़ाने का निर्णय लिया है। नाटो के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बुधवार को यहां हुई बैठक के बाद संगठन के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि इराकी बलों को प्रशिक्षण देने का काम भी जारी रखा जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 29 देशों के इस सैन्य संगठन की बैठक में तय किया गया कि इराक में आतंकी संगठन आइएस के खिलाफ जंग लड़ रही अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना पर दबाव कम करने के लिए नाटो सेना अपने अभियानों में तेजी लाएगी।

तीन जनवरी को इस वर्ष की शुरुआत में अमेरिकी सेना के हमले में ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद नाटो सदस्यों ने सुरक्षा के मद्देनजर इराक में तैनात अपने ज्यादातर सैनिकों को वापस बुला लिया था। बगदाद में ड्रोन हमले के बाद अमेरिका का ईरान के अलावा इराक के साथ भी तनाव बढ़ गया था। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मित्र देशों के रक्षा मंत्रियों ने इराक में नाटो के प्रशिक्षण मिशन को बढ़ाने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहयोग और समन्वय किया है। ट्रंप ने नाटो को जनवरी में मध्य पूर्व में और अधिक काम करने का आह्वान किया, जब बगदाद में एक शीर्ष ईरानी कमांडर के खिलाफ अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद क्षेत्रीय संकट पैदा हो गया।

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