मदरलैंड संवाददाता,
इशुआपुर:- पूरे देश-दुनिया में कोरोना वायरस का खौफ चल रहा है। और सभी देशों के सरकारें इससे निपटने में लगी हुई है। इसी की एक कड़ी प्रखंड व पंचायत स्तर के मुखिया व वार्ड सदस्यों की भी जिम्मेदारी बनती हैं कि वे अपने पंचायत व अपने वार्ड में किसी गरीब परिवार को किसी प्रकार का कोई कठिनाई न हो इसका ध्यान रखें, लेकिन शायद ही कोई मुखिया या वार्ड सदस्य होगा जो अपने क्षेत्र में घूमकर गरीब व जरूरतमंद परिवार का हाल जान लेता होगा व उनकी मदद करता होगा। पंचायत स्तर के सभी मुखिया व वार्ड सदस्यों को राज्य सरकारें द्वारा कई जिम्मेदारियां दी गई है। लेकिन सरकार द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को यह लोग मजाक बनाकर रख दिये हैं। सरकार इन मुखिया व वार्ड सदस्यों के द्वारा प्रयास कर रही हैं कि इनके पंचायत व वार्ड में कोई व्यक्ति अगर जरूरतमंद हैं तो इनके द्वारा उस जरूरतमंद परिवार को हर सम्भव मदद सरकार कर सकें। लेकिन पंचायत के मुखिया व वार्ड सदस्य कान में तेल डालकर सोएं हैं। ताकि इनको कुछ सुनाई ही ना दें। क्या इसी दिन के लिए पंचायत की जनता इन मुखिया व वार्ड सदस्यों का चुनाव किया था। यही सब देखकर पंचायत की जनता आक्रोशित हैं।
- पंचायत में कोई व्यक्ति अगर भूखे पेट सोता है तो यह किसकी जिम्मेदारी बनती है कि वह व्यक्ति भूखा ना सोये
- पंचायत में कौन व्यक्ति जरूरतमंद हैं और उसका इस लॉक डाउन में कैसे मदद हो यह किसकी जिम्मेदारी है
- सरकार द्वारा दिये गए जिम्मेदारियों को पंचायत में कौन पूरा करेगा, मुखिया, वार्ड सदस्य या कोई दूसरा
- मुखिया, वार्ड सदस्य या कोई दूसरा जनप्रतिनिधी सरकार द्वारा दिये गए जिम्मेदारियों को नही पूरा करेंगे तो कौन करेगा