पूर्णिया। सुशासन की सरकार में घूसखोर अफसरों पर शिकंजा कसा जा रहा है। पद के रुतबे का गलत इस्तेमाल करने वालों पर नकेल कसी जा रही है। बड़ी खबर पूर्णिया से है जहां निगरानी विभाग की टीम ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी अरविंद कुमार भारती को 1.30 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा। पटना निगरानी विभाग टीम के पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र कुमार मौवार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर आठ के निवासी नीतेश कुमार ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत निगरानी विभाग की टीम से की थी। जिसके बाद निगरानी विभाग के रडार पर भू अर्जन पदाधिकारी थे। इसी क्रम में निगरानी टीम पहुंची और रिश्वत लेते जिला भू अर्जन पदाधिकारी को धर दबोचा। निगरानी विभाग के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि वार्ड नंबर 8 के एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि उनकी एक कट्ठा जमीन जो राष्ट्रीय राजमार्ग में थी। उसकी कीमत 31 लाख 59 हजार रुपए निर्धारित की गई। इसी राशि के भुगतान के लिए जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने घूस की मांग की। भुगतान के एवज में जिला भू अर्जन पदाधिकारी अरविंद भारती ने नितेश कुमार से 1 लाख 30 हजार रुपया रिश्वत देने की मांग की। शिकायत मिलने पर पटना निगरानी विभाग की टीम ने पूर्णिया के जिला भू अर्जन कार्यालय से पदाधिकारी को घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल निगरानी की टीम जिला भू अर्जन पदाधिकारी अरविंद भारती को लेकर पटना गई। जहां विस्तार से पूछताछ की जाएगी। इस टीम में परीक्ष्यमान डीएसपी अरुणोदय पांडेय, विकास कुमार, इंस्पेक्टर मिथिलेश जायसवाल, सत्येंद्र राम, योगेंद्र कुमार, रमेश, आशीष कुमार और धर्मवीर कुमार शामिल रहे। वहीं जिला भू अर्जन कार्यालय के कर्मी ने कहा कि हम लोगों को कुछ भी पता नहीं चला अचानक बाहर निकला तो देखा कि साहब को निगरानी की टीम पकड़ कर ले जा रही है। कर्मी ने यह भी कहा कि पैसा टेबल पर रखा हुआ था। अचानक हुई इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। पूर्णिया में कुछ दिनों पूर्व श्रम अधीक्षक को भी निगरानी विभाग की टीम ने 55 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।