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नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से निकले जमातियों से कोरोना का कहर कई राज्यों तक फैल चुका है। ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने जमातियों की हिस्ट्री खंगालने के लिए अपनी तीन शीर्ष एजेंसियों को लगा दिया है। तीनों एजेंसियों को अलग-अलग टास्क मिला है। एक एजेंसी जमातियों की व्हाट्सएप चैटिंग, दूसरी सर्विलांस तो तीसरी जमातियों को ढूंढ़ने में जुटी है। उप्र आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को उन सभी जमातियों की सूची सौंपी, जो पॉजिटिव आए हैं। ये किस-किसके संपर्क में आए और व्हाट्सएप पर किस-किससे क्या-क्या बात हुई, इसकी जानकारी एटीएस जुटा रही है। मेरठ एटीएस कार्यालय से हर रोज इसका डाटा लखनऊ मुख्यालय को भेजा जा रहा है। जमाती प्रकरण में एटीएस को जांच के लिए मेरठ, लखनऊ और बनारस में खासतौर से लगाया है।
मोबाइल नंबर खंगाल रही टीम
यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) पिछले दस दिन से जमातियों के मोबाइल नंबर ट्रैक करने में लगी हुई है। निजामुद्दीन मरकज एरिया में तीन दिन के भीतर चल रहे मोबाइल नंबरों का डाटा एकत्रित किया जा रहा है। ऐसे लोगों के मोबाइल नंबर पर कॉल करके पूछा जा रहा है कि वे इस वक्त कहां हैं। यदि अस्पताल से बाहर हैं तो उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। एसटीएफ एक सप्ताह में ऐसे 20 हजार से ज्यादा नंबर खंगाल चुकी है। मेरठ एसटीएफ के डीएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि हर रोज सूचना मुख्यालय को जा रही है।
जमातियों की तलाश
उप्र पुलिस की इंटेलीजेंस यूनिट को जमाती ढूंढने में लगाया गया है। खुफिया विभाग ने अपने मुखबिर छोड़ दिए हैं। वह यह पता करने में जुटे हैं कि कहीं अभी कुछ और जमाती तो छिपे हुए नहीं हैं। यदि हैं तो उन्हें क्वारंटाइन कराया जाए। तीनों एजेंसियां हर रोज दिनभर की अपडेट अपने मुख्यालय को भेज रही हैं।
क्या है जमातियों की स्थिति
उप्र में शनिवार शाम 4 बजे तक 448 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें जमातियों की संख्या 254 है। 21 जिले ऐसे हैं, जहां सभी कोरोना संक्रमित सिर्फ जमाती मिले हैं। मेरठ-सहारनपुर मंडल के 3 जिलों में अभी तक 44 जमाती पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनके अलावा मेरठ जोन में करीब 2000 से ज्यादा जमाती क्वारंटाइन किए हैं। ज्यादातर लोग निजामुद्दीन तब्लीबी जमात में शामिल होकर आए थे। एसटीएफ के पास 330 मोबाइल नंबरों की ताजा सूची आई है। ये वे नंबर हैं जो निजामुद्दीन मरकज के आस-पास सक्रिय थे और फिर इनकी लोकेशन नोएडा से सहारनपुर के बीच मिली है। एसटीएफ के लोग अब इन नंबरों पर फोन करके पूछ रहे हैं कि वे कौन हैं, दिल्ली क्यों गए थे, अब किस हालत में हैं। इसमें से कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बस ड्राइवर हैं और जमातियों को लेकर निजामुद्दीन गए थे।