नई दिल्ली। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने कहा है कि ओलिंपिक में जब वह भाला (जैविलन) फेंकने के लिए जा रहे थे तो वह उन्हें मिल नहीं रहा था। तब उन्होंने देखा कि पाकिस्तान के अरशद नदीम उनका भाला लिए हुए थे। तब मैंने उससे कहा, ‘भाई यह मेरा जैविलन है, यह मुझे दे दो। मुझे इससे थ्रो करना है।’ तब उसने मुझे वह वापस किया। तभी आपने देखा होगा कि मैंने अपना पहला थ्रो काफी जल्दबाजी में फेंका।’
अरशद ने भी भाला फेंक के फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया था पर वह पांचवें स्थान पर रहे। नदीम ओलिंपिक एथलेटिक्स फाइनल में क्वॉलिफाइ करने वाले पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी थे। नीरज ने कहा, ‘नदीम ने क्वॉलिफाइंग राउंड में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और साथ ही फाइनल में भी अच्छा खेल दिखाया। मुझे लगता है कि यह पाकिस्तान के लिए अच्छा है कि, उनके पास जैवलिन में रूचि दिखाने का अच्छा मौका है। वह भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मंच पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।’ नीरज ने इस अवसर पर पाकिस्तान के लोगों को एक खास संदेश भी दिया। उन्होंने कहा, ‘अरशद का समर्थन करें पाकिस्तानी। उन्होंने पाक को भाला फेंक के फाइनल में पहुंचा कर एक विशेष पहचान दी है, इसलिए उसे सहयोग की जरूरत है।’