मदरलैंड संवाददाता, गोपालगंज।
गोपालगंज। आज जब सारी दुनिया में कोरोना संकट व्याप्त है, ऐसे में लोगों में दहशत का माहौल होना आम बात हो गई है।एक भी कोरोना मरीज नहीं होने पर भी सीमावर्ती कटेया प्रखंड के विभिन्न गाँवों में दहशत का माहौल व्याप्त है। विदित हो कि विगत 3 दिनों में पंचदेवरी व भोरे प्रखंडों में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई है।वृद्धि के उपरांत जहाँ पंचदेवरी प्रखंड में कोरोना मरीजों की संख्या तीन पहुँच गई है, वहीं भोरे में एक्टिव मामलों की संख्या चार हो गई है।आज जब कोरोना संकट के कारण भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में लॉकडाउन लागू है, ऐसे में भी कई ऐसे लोग हैं जो पैदल, साईकल, बाइक व ट्रक आदि साधनों से घर पहुँचने की जद्दोजहद में हैं।पंचदेवरी प्रखंड में ऐसे ही दो व्यक्ति पुणे व झारखंड से आए हुए बताए जा रहे हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण पाया गया है।बताया जा रहा है कि बनकटा निवासी 40 वर्षीय युवक अपने दो अन्य साथियों के साथ बाइक द्वारा दो अन्य साथियों के साथ पुणे से चल कर गत 19 अप्रैल को घर पहुँचा।स्थानीय प्रशासन द्वारा डोर टू डोर स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण दिखने पर 24 अप्रैल को उनका सैंपल लिया गया। जिसमें 28 को उनकी रिपोर्ट पोसिटिव आई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही उक्त मरीज के सभी परिजनों को क्वारंटाइन कर दिया गया।साथ ही प्रशासन द्वारा उक्त मरीजों द्वारा घर पर बिताई गई अवधि में मुलाकातियों व संपर्क में आए व्यक्तियों की छानबीन की जा रही है।वही पंचदेवरी प्रखंड के लुहठहाँ गाँव में मिला मरीज भी झारखंड से आया बताया जा रहा है।प्रशासन उसकी भी ट्रैवल हिस्ट्री सर्च कर रहा है, साथ ही परिजनों को क्वारंटाइन कर संपर्क में आए व्यक्तियों के संबंध में भी पता किया जा रहा है।मामला मिलने के बाद प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए संक्रमित व्यक्ति के गाँव से तीन किमी की परिधि में आने वाले गांवों को सील कर सेनेटाइज़ करवाना शुरू कर दिया है। उक्त मामलों के प्रकाश में आते ही पंचदेवरी व भोरे प्रखंडों के साथ ही कटेया प्रखंड में भी दहशत का माहौल व्याप्त है।मरीजों व बीमारी के संबंध में क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं आम हैं।मामला आने के बाद से ही लोग घरों से निकलने में कटरा रहें हैं।