मदरलैंड संवाददाता, सिमरी बख्तियारपुर , सहरसा
केंद्र सरकार के निर्देश पर सभी राज्यों के श्रमिकों को उनके घर भेजने की कवायद जोर शोर से शुरू कर दी गई है । सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के विभिन्न ग्राम पंचायत में क्वॉरेंटिन सेंटर बनाए गए । जहॉ विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासियों को क्वांरेंटिन किया जाना है । जिसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था कराए जाने को लेकर संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है । इसके बावजूद बी जिम्मेदार पदाधिकारी संवेदनशील दिखाई नहीं दे रहे हैं । प्रखंड के सरडीहा पंचायत के मध्य विद्यालय जमुनिया को क्वांरेंटिन सेंटर बनाया गया है । जहॉ मंगलवार को पहू्चे 9 प्रवासियों ने कोई व्यवस्था नहीं रहने की बात कही है । वहीं दयानंद कुमार , सौरभ कुमार , बिपीन कुमार , उत्सव कुमार , आरती देवी , रिभा कुमारी , सुबैश कुमार सिंह ,नेहा ने कहा कि हमलोग चार दिन पूर्व ही प्रदेशों से सिमरी बख्तियारपुर आए और वहां प्रशासन ने हम लोगों को नगर पंचायत स्थित गायत्री शिक्षा निकेतन में ठहरा दिया और तीन बीतने के बाद वहॉ यह कहकर अपने पंचायत सरडीहा में बने क्वॉरेंटाईन सेंटर मध्य विद्यालय जमुनिया भेज दिया कहा अब आपके पंचायत में ही क्वॉरेंटाईन सेंटर है वहां चले जाए वहॉ आपको सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी और हमलोग मंगलवार की सुबह यहॉ पहूंच गए पर चार घंटे इधर उधर घुमते रहें पर हमें पुछने वाला तक नहीं था । परंतु यहॉ पर हम मजदूरों के लेटने के लिए ना तो कोई बिस्तर की व्यवस्था है ना ही खाने पीने की कोई व्यवस्था की गई है । इतना ही नहीं कोरोना से बचाव को लेकर सैनिटाइजर , साबुन अन्य व्यवस्थाएं भी नहीं की गई है । आश्चर्य की बात यह है कि इसकी कोई जिम्मेदारी लेने तक को तैयार नहीं है । वहीं पंचायत समिति सदस्य राहुल कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत के दो क्वॉरेंटाईन सेंटर सकरौली और मध्य विद्यालय जमुनिया में प्रवासियों के लिए व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है । क्वांरेंटाईन सेंटर में कुछ बच्चे भी हैं पर उनके दुध की व्यवस्था नहीं की गई है । इस संदर्भ में प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि क्वॉरेंटाईन सेंटरों पर रहने वाले प्रवासियों के समुचित व्यवस्था की गई है । सेंटर गुणवत्ता पूर्ण खाना भी बन रहा है बावजूद लोकल प्रवासी रहने के कारण वह अपने घरों से खाना मंगवा रहें हैं । जिसके कारण खाना बर्बाद हो रहा है । सेंटर पर छोटे बच्चों के लिए दुध की भी व्यवस्था की गई । सारा आरोप निराधार है ।