काबुल। अफगानिस्तान में पंजशीर घाटी को छोड़कर अब पूरे देश में तालिबान का शासन है। पंजशीर में नॉर्दन अलायंस के साथ तालिबान की मुठभेड़ हो रही है। अहमद मसूद की अगुवाई में नॉर्दन अलायंस के लड़ाके तालिबान के पंजशीर पर कब्जे के हर प्रयास को विफल कर रहे हैं। बुधवार को तालिबान ने पंजशीर के चिकरीनाव जिले पर हमला बोला तो नॉर्दन अलायंस के लड़ाकों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और तालिबान के 13 लड़ाकों को ढेर कर दिया। इस दौरान, नार्दर्न अलायंस के लड़ाकों ने तालिबान के एक टैंकर को भी तबाह कर दिया। इससे पहले हुए एक अन्य हमले में नॉर्दर्न अलायंस ने खावक पर हमला करने आए तालिबान के करीब 350 लड़ाकों को मार गिराया गया था। पंजशीर को कब्जाने के लिए सोमवार से तालिबान और नॉर्दन अलायंस के बीच जंग चल रही है।
इस बीच अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा कि उनका प्रतिरोध सभी अफगान नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए है। सालेह ने ट्वीट किया यह प्रतिरोध पंजशीर में आधारित है। यह सिर्फ पंजशीर के लिए नहीं है, बल्कि पूरे अफगानियों के लिए है। आज यह घाटी पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रही है। ये उन सभी अफगान लोगों के लिए एक आशा है, जो उत्पीड़न, प्रतिशोध, पूर्वाग्रह और तालिबान की अंधेरी सोच से बच रहे हैं।
काबुल से 150 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित पंजशीर घाटी हिंदुकुश के पहाड़ों के करीब है। उत्तर में पंजशीर नदी इसे अलग करती है। पंजशीर का उत्तरी इलाका पंजशीर की पहाड़ियों से घिरा है। वहीं, दक्षिण में कुहेस्तान की पहाड़ियां इस घाटी को घेरे हुए हैं। ये पहाड़ियां सालभर बर्फ से ढकी रहती हैं। इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि पंजशीर घाटी का इलाका कितना दुर्गम है। इस इलाके का भूगोल ही तालिबान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन जाता है। यही वजह है कि तालिबान आज तक इस इलाके पर कब्जा नहीं कर पाया है।