हिमाचल में बीते नवंबर माह को हुई पटवारी भर्ती में कथित धांधली को लेकर सीबीआई ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा सीबीआई कार्यालय शिमला ने डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा है। केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार , प्रारंभिक जांच को तीन महीने में पूरा किया जाएगा। जांच में धांधली के पुख्ता तथ्य सामने आने के बाद ही एफआईआर दर्ज की जा सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 8 जनवरी 2020 को हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने राजस्व विभाग से भी रिकॉर्ड तलब किया है। वही इसके साथ ही उच्च न्यायालय से मिले आदेशों और दस्तावेजों का गहनता से अवलोकन किया जा रहा है। इसके अलावा सीबीआई जांच की जद में प्रदेश के 11 जिलों के उपायुक्त कार्यालय आएंगे, क्योंकि पटवारी भर्ती की प्रक्रिया जिला उपायुक्त कार्यालय के माध्यम से ही करवाई जा रही थी। वही प्रदेश के करीब तीन लाख युवाओं ने पटवारी भर्ती के लिए आवेदन किया था। इसके तहत करीब 1194 पद भरे जाने हैं। इसके अलावा परीक्षा के दौरान प्रदेश भर से आईं शिकायतों के बाद इसकी प्रक्रिया को लेकर ही सवाल खड़े हो गए थे।

पटवारी की लिखित परीक्षा में अभ्यर्थियों ने पूछे प्रश्नाें को लेकर भी सवाल उठाए थे।वही निदेशक लैंड रिकॉर्ड के दायर शपथपत्र से पता चला था कि 100 में से 43 प्रश्न पहले हुई टेट परीक्षा से पूछे गए थे। इस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान आशंका जताई थी कि परीक्षा कुछ अधिकारियों ने अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए ली। इसे देखते हुए उच्च न्यायालय ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

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