नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी को 2020 के चुनावी हलफनामे में घोषित संपत्ति और देनदारियों तथा पिछले कुछ वर्षों में जमा आयकर विवरण के बीच कथित तौर पर मिलान नहीं होने पर आयकर विभाग का नोटिस दे दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। आतिशी द्वारा उन्हें निशाना बनाने के आरोपों को खारिज करते हुए सूत्रों ने कहा कि आतिशी और तीन महिलाओं सहित कुल 19 उम्मीदवारों को ये सत्यापन नोटिस दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन्हें नोटिस भेजे गए हैं उनमें भाजपा से जुड़े लोग भी हैं।
आप नेता आतिशी ने कहा था कि उन्हें आयकर का नोटिस जारी कर दावा किया उन्हें डराने और धमकाने के लिए यह कार्रवाई की गई है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि नोटिस जारी करने की कार्रवाई निर्वाचन आयोग (ईसी) के समक्ष उम्मीदवारों द्वारा दायर चुनावी हलफनामों के सत्यापन के लिए कर विभाग द्वारा अपनाने वाली प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कुल 666 हलफनामों में से 19 को सत्यापन के लिए चुना गया था और पूरी प्रक्रिया एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करके की गई है,इस निर्वाचन आयोग के परामर्श से अंतिम रूप दिया गया था। सूत्रों ने कहा कि आप विधायक द्वारा अपने 2020 के चुनावी हलफनामे में घोषित संपत्ति और देनदारियों का कथित तौर पर पिछले लगभग 10 वर्षों की अवधि में दाखिल आयकर रिटर्न (आईटीआर) में उनके द्वारा प्रस्तुत आमदनी प्रोफाइल से मिलान नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि उनके आईटीआर में दिए विवरण चुनावी हलफनामे में दिए विवरण से कम हैं। सूत्रों ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया तथ्यों और आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर की जा रही है। इसलिए, 19 उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों से अतिरिक्त जानकारी और स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिन्हें राजनीतिक रूप से सक्रिय व्यक्तियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। दिल्ली में सत्तारूढ़ आप ने कर नोटिस को हास्यास्पद’’ बताकर कहा था कि नोटिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महिला विरोधी चेहरे को उजागर कर दिया है।

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