जबलपुर। रविवार की देर रात १२ बजे सिविल लाईन थाना अतंर्गत सर्विâट हाउस नंबर २ के पास सांसद राकेश सिंह के भतीजे तनिष्क सिंह की कार को वेटनरी कॉलेज के एक डॉक्टर की कार ने पीछे से टक्कर मार दी, और डॉक्टर शराब के नशे में विवाद करने लगा। इसके बाद मामूली कहा सुनी हुई और तनिष्क ने अपनी कार सतपुड़ा क्लब की ओर मोड़ ली इसी बीच डॉक्टर ने फोन कर अपने सैकड़ों साथियों को बुला लिया जो रॉड, डंडे, लाठी लेकर आये और मारपीट कर उसका अपहरण कर लिया। मेन रोड पर मारपीट कर उसके कपड़े भी फाड़ दिये, उधर वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति का कहना है कि डॉक्टर नरेन्द्र तोमर विश्वविद्यालय के छात्र नहीं है। जांच कमेटी बनाई जायेगी, जांच में जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
घटना के संबंध में सिविल लाईन थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार सांसद के भाई लेखराज सिंह का बेटा तनिष्क राज सिंह कक्षा १२वीं का छात्र है। रविवार की रात तनिष्क सिंह अपने पुâफरे भाई आयुष सिंह, दोस्त प्रखर द्विवेदी और प्रखर की माँ के साथ आई-१० न्यौस कार में सवार होकर रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे। रात १२.३० के लगभग एक शिफ्ट कार क्रमांक एमपी २० सीएफ ५४९३ के चालक ने तनिष्क की कार में पीछे से टक्कर मार दी, बताया गया है कि टक्कर मारने वाली कार डॉ.नरेन्द्र सिंह तोमर चला रहे थे और वे शराब के नशे में थे। इसी दौरान डॉक्टर तोमर कार से उतरे और उनने तनिष्क को कार से उतारा और उसके साथ मारपीट शुरु कर दी, तनिष्क को कार से उतारकर अपहरण कर लिया और उसे रिज रोड ले गये। घटना की सूचना मिलते ही भाजपा के वेंâट बोर्ड के पार्षद अमित अग्रवाल सहित दर्जनों लोग पहुंचे, बीच बचाव करते समय वेंâट बोर्ड के पार्षद अमित अग्रवाल, आशीष पासी ने बीच बचाव कर तनिष्क को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया और इस दौरान डॉक्टर द्वारा बुलाये गये लड़कों ने बेस बॉल के डंडे से हमला किया, जिसमें अमित का हाथ टूट गया। इसी दौरान पूर्व पार्षद कमलेश अग्रवाल जो अपने कार्यालय में बैठे थे उनको खबर लगी तो वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और तनिष्क को छुड़ाया।
एसपी मौके पर पहुंचे………….
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा तुरंत हरकत में आये और तत्काल मौके पर पहुंंचे जैसे ही उन्होंने सेट पर कॉल किया। रात्रिकालीन गश्त में तैनात ३ एसपी और ४ सीएसपी व ११ टीआई पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गई। पुलिस अधीक्षक स्वंय सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे और बात बिगड़ पाती उससे पहले ही चारों तरफ से घेराबंदी कर ली गई। हॉस्टल से छात्रों को उठाया गया, पूछताछ की गई।
डॉ.तोमर सहित १०० पर एफआईआर……..
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि सिविल लाईन थाने में तनिष्क राज सिंह की रिपोर्ट पर डॉ.नरेन्द्र तोमर सहित १०० अन्य लोंगों के खिलाफ धारा २७९, ३३६,३३७,१४७, १४८, १४९, २९४, ३२३, ३२४, ३६५, ५०६, के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
डॉ.तोमर विश्वविद्यालय के छात्र नहीं……….
इस पूरे मामलें में वेटनरी विश्वविद्यालय का नाम सामने आने पर विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी तिवारी ने कहा कि डॉक्टर नरेन्द्र तोमर विश्वविद्यालय के छात्र नहीं है। जो छात्र इस विवाद में शामिल है व जिनके नाम सामने आ रहे है उनके लिये जांच कमेटी बनाई गई है। जांच कमेटी में डीन पैâक्ल्टी डॉ.आरपीएस बघेल, डॉ.आरके शर्मा, डीन स्टूडेंट वेलपेâयर डॉ.आदित्य शर्मा, असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ.देवेन्द्र गुप्ता एवं हॉस्टल वार्डन डॉ.सत्यनिधि शुक्ला की एक ५ सदस्यीय टीम बनाई गई है। यह कमेटी कुलपति को ज्ञापन सौंपेगी जो भी दोषी होगी उस पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।

Previous articleकुशीनगर में एक पत्रकार ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को मारी गोली, मौत
Next article परिवारो के लिए बकरीपालन बना आजीविका का साधन “खुशियो की दास्तां”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here