भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश में विफल होने के बाद पाकिस्तान की फ़ौज और ISI ने अब नए सिरे से भारतीय क्षेत्रों के नक्शे बनाने का काम शुरू किया है। इन नक्शों को बनाने की जिम्मेदारी उन गाइडों को दी गई है जो आतंकियों को घुसपैठ करने में सहायता करते हैं। ये गाइड आतंकियों को न सिर्फ भारतीय सेना की नजरों से बचाकर बॉर्डर पार कराते हैं बल्कि भारतीय क्षेत्रों में सुरक्षित पहुंचाने का भी काम करते हैं।
सर्दियों में भारी बर्फबारी के बीच आतंकियों को भारत में प्रवेश कराने के लिए गाइडों को भारतीय बॉर्डर और सेना के लोकेशन की रेकी करने के लिए कहा गया है। इसमें गुरेज सेक्टर के सेना के फॉरवर्ड लोकेशन और वहां तक पहुंचने के लिए रास्तों की जानकारी और उसके नख्शे बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। खुफिया रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि नक्शा बनाने के साथ ही गाइडों को उस इलाके में इंडियन आर्मी के कैंप और उस इलाके में पड़ने वाले नालों की जीपीएस लोकेशन तैयार करने के लिए भी कहा गया है।
इतना ही नही आतंकियों को ISI ने बाकायदा भारतीय क्षेत्रों में रह रहे उनके ओवर ग्राउंड वर्कर की भी जानकारी मुहैया कराइ है। इसी के साथ उन्हें बताया गया है कि भारतीय बॉर्डर में घुसपैठ कराने के बाद उन्हें गाइड किससे मिलवाएगा। यही नहीं LOC से सटे गांव में जो लोग आतंकियों को पनाह देंगे उनके बारे में आतंकियों को जानकारी दे दी गई है।