पाक में लगातार टिड्डियों का हमला बढ़ता ही जा रहा है, जिस पर टिड्डियों के प्रकोप को कोरोना महामारी से ज्यादा बड़ा खतरा कहा जा रहा है। पाकिस्तान के तमाम राज्य इन टिड्डियों के डर से खासे परेशान है। इस खतरे को कम करने के लिए सरकार ने एक नया रास्ता खोजा जा चुका है। दरअसल, सरकार लोगों की मदद से टिड्डियों को जैविक खाद में बदलने की योजना बना रही है।

वहीं इस बात की जानकारी मिली है कि बीते बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्रालय ने प्रस्तावित किया है कि जमीनी स्तर पर टिड्डी दल को नियंत्रित करने के लिए सामुदायिक सहयोग के माध्यम से टिड्डियों के संग्रह को प्रोत्साहित कर रहे है। जंहा खाद बनाने के काम में अनुसंधान, विस्तार, शिक्षा और नागरिक समाज से पेशेवर भी शामिल होने वाले है। बाद में टिड्डी और अन्य जैव-अपशिष्ट पदार्थों के मिश्रण से एक खाद बनाई जा रही है। इस परियोजना का मकसद 10-15 प्रतिशत तक फसल उत्पादकता में सुधार करना है। इसके अलावा रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में 25 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य है, जिससे मिट्टी की उर्वरता और मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार किया जाने वाले है।

हम बता दें कि इस योजना के माध्यम से पाकिस्तान में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाने वाला है। देश भर में टिड्डियों की वजह से भोजन की कमी पैदा होने की आशंका है। इस साल की शुरुआत में पाकिस्तानी सरकार ने देश भर में बड़ी मात्रा में फसलों को नष्ट करने के बाद टिड्डियों पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया था।

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