अहमदाबाद | दांडी यात्रा के 92 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज अहमदाबाद के कोचरब आश्रम पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शिक्षा नीति में गांधी जी के विचारों का समावेश है| दांडी यात्रा एक ऐसा आंदोलन था, जिसने दुनियाभर के आंदोलनों में एक अलग पहचान बनाई| इतने बड़ा देश और उस समय कॉम्युनिकेशन के कोई साधन नहीं थे| गांधी जी बोले तो उसका लाइव सुनने की कोई व्यवस्था नहीं थी| अंग्रेजों के डर की वजह से अखबारों में कुछ प्रकाशित नहीं होता था, लेकिन गांधी जी जो बोलते थे उनके शब्दों में इतनी शक्ति थी कि वह देश के कोने कोने तक पहुंच जाती थी| गांधी जी दांडी यात्रा कर देशभर में चेतना जगाई और उस वक्त अंग्रेज भी उनकी दांडी यात्रा को रोक नहीं पाए| यह थी सत्य और कर्त्तव्यनिष्ठा की ताकत| अमित शाह ने कहा कि आज मोदी शिक्षा जो शिक्षा नीति लेकर आए है, वह मौजूदा दौर की जरूरत के मुताबिक है| जिसमें गांधी ने शिक्षा को लेकर जो विचार व्यक्त किए थे, उसे इसमें शामिल किया गया है| उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव को देश में तीन तरीकों से मनाने की शुरुआत की है| इस महोत्सव के अंतर्गत आजादी के योद्धाओं के नाम, उनके काम और बलिदान का परिचय आज की पेढी को देना और भारत की आजादी के बाद के 75 साल की यशस्वी यात्रा को लेकर लोगों में विश्वास जगाने और 75वें वर्ष पर एक संकल्प लेना कि देश की आजादी के 100 साल पूर्ण होने पर देश दुनियाभर में पहले स्थान पर हो| इस मौके पर अमित शाह ने सात दिन की साइकिल यात्रा का प्रारंभ कराया| साइकिल यात्रा में 12 लोग शामिल हैं जो 7 दिन बाद दांडी पहुंचेंगे| बता दें कि दांडी यात्रा की स्मृति में प्रति वर्ष प्रतिकात्मक दांडी यात्रा का आयोजन किया जाता है| इस बार आयोजित साइकिल यात्रा का केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रारंभ कराया और यात्रियों से कहा कि वे जिस गांव में रात्रि विश्राम करें, वहां एक बैठकर स्थानीय लोगों की समस्याएं सुने| गांव को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करें| इस साइकिल यात्रा के जरिए फिर एक बार गांधी विचारों से चेतना जगाने का प्रयास करें| गांधी जी के विचार हमेशा जीवित रखना यह हम सभी की जिम्मेदारी है|
सतीश/12 मार्च