कोरोना वायरस महामारी के लगातार प्रसार में छायी अनिश्चितता से घिरी दुनिया को उत्तर प्रदेश ने आईना दिखाने का कार्य किया है। विश्व में इस संकट की वजह से बड़ी तादाद में रोजगार छिनने की आशंकाएं थीं। ऐसे में जुझारू छवि वाले उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने न केवल दूसरे राज्यों से प्रवासी प्रदेशवासियों को वापस लाने की मुहिम छेड़ी, बल्कि साथ ही उन्हेंं रोजगार उपलब्ध कराने की कसरत भी शुरू कर दी।

पीएम मोदी ने जब गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की तो, सीएम योगी ने उसी तर्ज पर आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की योजना बना ली। अब इतने कम वक़्त से एक करोड़ से अधिक रोजगार सृजित कर चुकी योगी आदित्यनाथ सरकार के मेगा शो में इस अहम अभियान का शुभारंभ आज यानि शुक्रवार को पीएम मोदी ने किया है। शुक्रवार सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुरू हुए इस कार्यक्रम की हर तैयारी को टीम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपनी टीम के साथ परखा।

लॉकडाउन में जितनी औद्योगिक इकाइयां बंद थीं, उन सभी को 18 जून के बाद दोबारा शुरू कर दिया गया है। इसमें कुल 7 लाख 8 हजार औद्योगिक इकाइयां हैं, जिसमें लगभग 42 लाख कामगारों को समायोजित किया जाएगा। आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम औद्योगिक इकाइयों की मदद के लिए बैंकों से 20 फीसद अधिक अतिरिक्त धनराशि कर्ज के तौर पर उपलब्ध कराई जा रही है। पीएम मोदी स्वयं उत्तर प्रदेश के 2 लाख 21 हजार इकाइयों को 5000 करोड़ का कर्ज बाटेंगे।

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