भारतीय जनता पार्टी के जम्मू जन संवाद के दौरान पीओके के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ दिन इंतजार कीजिए, पीओके से ही मांग होगी कि हम भारत के साथ रहना चाहते हैं, पाकिस्तान के कब्जे में नहीं। मैं आपको बताना चाहूंगा कि जिस दिन यह होगा, हमारी संसद का भी संकल्प पूरा हो जाएगा। बता दें कि मोदी सरकार ने संसद में कहा था कि पीओके भारत का हिस्सा है।
इसके अलावा पीओके के बारे में और संकेत देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मौसम बदल चुका है और हमारे चैनल्स मुजफ्फराबाद-गिलगिट का तापमान बता रहे हैं। ये दर्जा हरारत बताने के कारण अब इस्लामाबाद में भी कुछ हरारत महसूस होने लगी है। इसलिए वे कुछ ज्यादा शरारत करने पर आमादा हैं। हाल के दिनों पाकिस्तान की ओर से कश्मीर में सीजफायर का उल्लंघन बढ़ गया है। साथ ही, रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान 1947 में कश्मीर घाटी में तिरंगा फहराने वाले मोहम्मद मकबूल शेरवानी को भी याद किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे और पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंड़े दिखाई देते थे, लेकिन अब यहां सिर्फ भारत का तिरंगा शान से लहराता है।
अपने बयान में आगे राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र करते हुए कहा कि कई बार भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी लगता था कि ये सिर्फ घोषणा पत्र के वादे हैं, लेकिन जैसे ही हमें पूर्ण बहुमत मिला हमने इस धारा को खत्म कर दिया। राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी कभी भी राजनीति में विश्वसनीयता का संकट पैदा नहीं होने देगी। वही, हाल ही में आतंकियों के हाथ मारे गए सरपंच अजय पंडिता की हत्या की निंदा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं सरपंच अजय पंडिता को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जोकि एक कायराना हमले में मारे गए। मैं बारामुला के मोहम्मद मकबूल शेरवानी को भी श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने 1947 में घाटी में तिरंगा लहराया।