पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया में एक व्यक्ति की हत्या का आरोप उसके ही सगे बेटे-बेटी और बहू पर लगा है। पुलिस का दावा है कि बेटा, बेटी और बहू ने मिलकर अपने ही पिता की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर में दफना दिया। 9 दिन बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में जलावन घर से खोदकर शव को बाहर निकाला। पुलिस ने बेटा, बेटी और बहू को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्णिया के कस्बा थाना के मथौर गांव में मोहम्मद नईमुद्दीन की गला दबाकर हत्या कर दी गई और शव को जलावन घर पूर्णिया में दफना दिया गया।
वारदात की सूचना मिलते ही शनिवार को कस्बा थाना प्रभारी अमित कुमार मजिस्ट्रेट और पुलिस बल के साथ नईमुद्दीन के घर पहुंचे और जलावन घर से खोदकर शव को बाहर निकाला। मृतक नईमुद्दीन की दूसरी पत्नी इशरत खातून ने बताया कि उनके पति ने 2 शादी की थी। उनकी पहली पत्नी के बेटे मुजस्सिम और वसीम दोनों की पत्नियां नर्गिस खातून, आशिया खातून और बेटी नासरी खातून ने मिलकर नईमुद्दीन की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को जलावन घर में दफना दिया। उन्होंने कहा कि 10 कट्ठा जमीन को लेकर बेटे, बेटी और बहू ने मिलकर नईमुद्दीन की हत्या कर दी। मृतक के साला नियाजुद्दीन ने कहा कि जमीन जायदाद को लेकर गांव में पंचायती भी हुई थी। नईमुद्दीन अपनी दूसरी पत्नी की बेटा को 10 कट्ठा जमीन रजिस्ट्री करने वाला था। इसी आक्रोश में पहली पत्नी से बेटा, बेटी और बहू ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को छुपा दिया। पिछले शुक्रवार को ही नईमुद्दीन की हत्या की गई थी। मथौर के सरपंच पति नसीम अख्तर ने कहा कि जमीन जायदाद को लेकर सौतेले भाई बहनों के बीच अक्सर विवाद होता था। इसको लेकर पंचायत भी हुई थी। पंचायत में सारी बातों का फैसला भी हो गया था, लेकिन बाद में पता चला कि नईमुद्दीन पिछले 10 दिनों से लापता था।