बुधवार को पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सज्जाद गनी लोन तथा पीडीपी नेता वाहिद पारा को रिहा कर दिया गया। दोनों नेता छह महीने से अधिक समय से हिरासत में थे। अब 13 नेता एमएलए हॉस्टल में बंद हैं। दूसरी ओर देर शाम श्रीनगर सेंट्रल जेल में बंद पीडीपी नेता अब्दुल कयूम वानी को भी रिहा कर दिया गया। तीन पूर्व मुख्यमंत्री नेकां प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला व उमर अब्दुल्ला तथा पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती अभी भी हिरासत में हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विश्वास बहाली के तहत इन नेताओं को भी इस सप्ताह के आखिर तक रिहा किया जा सकता है। फारूक को पीएसए के तहत 17 सितंबर को निरुद्ध किया गया था। बाद में 16 दिसंबर को तीन महीने के लिए पीएसए बढ़ा दी गई थी।

बता दें कि, लोन भाजपा-पीडीपी सरकार में भाजपा कोटे से मंत्री थे। अनुच्छेद 370 हटने से पहले कश्मीर में भाजपा के लिए कई मौकों पर संकटमोचक की भूमिका निभा चुके हैं। वाहिद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के करीबी सहयोगी हैं। रविवार से अभी तक आठ नेता रिहा किए जा चुके हैं।

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