औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में पेयजल के बढ़ते संकट से नाराज और इसके समाधान के लिए नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने नगर निगम कमिश्नर के बंगले का नल कनेक्शन काट दिया। मनसे कार्यकर्ताओं ने 8 दिन पहले ही औरंगाबाद नगर निगम के कमिश्नर को विज्ञापन देखकर आगाह किया था कि अगर शहर में पानी की समस्या जल्द हल नहीं की गई तो वह नगर निगम आयुक्त के घर के नल का कनेक्शन कट कर देंगे, चेतावनी के बावजूद औरंगाबाद नगर निगम द्वारा पानी की समस्याओं का हल नहीं निकाला गया। इसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने देर रात नगर निगम आयुक्त के बंगले जलश्री पर पहुंचकर नल का कनेक्शन काट दिया। इसके साथ ही मनसे कार्यकर्ताओं ने जलश्री से जल आंदोलन की शुरुआत भी कर दी। उनका कहना है कि जब तक पानी की समस्या सही नहीं हो जाती, तब तक कमिश्नर के घर की वाटर सप्लाई चालू नहीं होगी।
मनसे के जिला आयोजक बिपिन नाइक ने कहा कि हमने 5 जुलाई को कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडे को एक ज्ञापन सौंपा था कि नागरिकों को 5 दिनों में एक बार और कुछ हिस्सों में 8 दिनों में एक बार के बजाय सप्ताह में दो दिन पानी की आपूर्ति की जाए, जल बिल भी कम किया जाए और हमें 10 दिनों का समय दिया गया था। इस बीच सात जुलाई को मनसे कार्यकर्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और अधिकारियों को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए दस दिनों का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अन्यथा वे अपना आंदोलन तेज कर देंगे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अधिकारी हमारी मांगों को लागू करने में विफल रहे और हमने कमिश्नर आवास का नल कनेक्शन काट दिया। मनसे नेता बिपिन नाइक ने कहा कि इसके पीछे हमारा मकसद है कि अधिकारी इस बात को फील करें कि नागरिक बिना पानी के कैसे जीवित रह सकते हैं। इस बाबत अभी तक नगर निगम प्रशासन या फिर कमिश्नर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।














