कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनविरा को होने वाले पांचवें चरण की वोटिंग से पहले आज कूचबिहार के सीतलकुची का दौरा करेंगी, जहां चौथे चरण की वोटिंग के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई थी। आपको बता दें कि इस दौरान पहली बार अपने मताधिकार का उपोयग कर रहे एक युवक की हत्या कर दी गई थी। वहीं, चार अन्य लोग केंद्रीय बलों द्वारा आत्मरक्षा में की गई फायरिंग में मारे गए था। टीएमसी ने केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के बहाने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घेरा। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, ”ममता बनर्जी बुधवार सुबह शीतलकुची में माथाभांगा जाएंगी और पीड़ित परिवारों से मिलेंगी। शनिवार को हुई इस घटना के तुरंत बाद चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं पर 72 घंटे के लिए कूचबिहार जिले में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया।
इसके बाद में केंद्रीय बलों के खिलाफ टिप्पणी के लिए और मुस्लिम वोटों में विभाजन के खिलाफ अपील करने के लिए ममता बनर्जी को 24 घंटे के लिए प्रचार करने से प्रतिबंधित कर दिया। चुनाव आयोग ने कहा कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इस हिंसक घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और टीएमसी ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “यह खुले तौर पर कहा जा रहा है कि टीएमसी कार्यकर्ता केंद्रीय बलों को घेरा देंगे और दीदी के समर्थक बूथ छापेंगे… पिछले 10 वर्षों में ममता बनर्जी ने छप्पा वोट (धांधली) के सहारे अनुसूचित जातियों, गरीबों और वंचितों से उनका वोटिंग का अधिकार छीन लिया। कूचबिहार में जो हुआ वह इस मास्टर प्लान का परिणाम था।