संयुक्त राष्ट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के एक उच्च स्तरीय सत्र को शुक्रवार को संबोधित करने वाले है।गत माह शक्तिशाली सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य के तौर पर भारत के निर्वाचित होने के बाद संयुक्त राष्ट्र में मोदी का यह पहला संबोधन होगा। मोदी 17 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के उच्च स्तरीय सत्र में विदाई भाषण देने वाले है। भारत को दो साल के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र की शक्तिशाली सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य के तौर पर गत महीने चुना गया। मोदी के साथ नॉर्वे की प्रधानमंत्री एर्ना सोल्बर्ग भी संबोधित करेंगी।
इस साल के उच्च स्तरीय सत्र की थीम है, कोविड-19 के बाद बहुपक्षवाद: 75वीं वर्षगांठ पर हमें किस तरह के संयुक्त राष्ट्र की आवश्यकता है। हर साल होने वाला यह उच्च स्तरीय सत्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के वार्षिक काम के नतीजे को दिखाता है तथा सरकार, निजी क्षेत्र, नागरिक समाज और शिक्षा जगत के उच्च स्तरीय प्रतिनिधियों के एक विविध समूह को एकजुट करता है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने कहा,बदलते अंतरराष्ट्रीय माहौल और कोविड-19 वैश्विक महामारी की पृष्ठभूमि में सत्र बहुपक्षवाद की दिशा और दशा तय कर रही अहम ताकतों पर केन्द्रित होगा और मजबूत बहुपक्षीय नेतृत्व, प्रभावी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं तथा व्यापकतर भागीदारी और व्यापक वैश्विक भलाई के जरिए बहुपक्षवाद का एजेंडा मजबूत करने के तरीकों की तलाश करेगा।इसके पहले मोदी ने जनवरी 2016 में आर्थिक एवं सामाजिक परिषद की 70वीं वर्षगांठ पर वर्चुअल रूप से संबोधित किया था। भारत का इस परिषद से करीबी जुड़ाव रहा है।

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