कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट करने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मंगलवार को आलोचना की और कहा कि उनकी बातों से ऐसा लगता है कि वह राष्ट्रीय राजधानी में सांप्रदायिक दंगे को लेकर केंद्र और प्रधानमंत्री को क्लीनचिट दे रहे हैं। काग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद केजरीवाल ने जिस तरह मीडिया से बातचीत की, उससे ऐसा जान पड़ता है कि ‘‘आप, भाजपा की बी टीम नहीं बल्कि वह भगवा टीम में है।’’ मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और दंगा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली की स्थिति पर चर्चा की। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मोदी से अनुरोध किया कि हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाए, भले ही वे किस भी दल से संबद्ध हों। राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद यह केजरीवाल की मोदी से पहली मुलाकात है।

सिंघवी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री के हावभाव एवं बातों से ऐसा लगता है कि वह सत्तारूढ़ दल, केंद्र और मोदी को आधिकारिक रूप से क्लीनचिट देने गये थे।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या मुख्यमंत्री ने तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की? क्या उन्होंने कहा कि गृहमंत्री इस्तीफा दें या उन पर अंकुश लगाया जाए?, क्या उन्होंने कपिल मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की? मुझे ऐसा लगा कि उनकी प्रधानमंत्री से भेंट के बाद वह भाजपा के समर्थक या केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में बोल रहे हैं।’’ राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘यह कमजोरी क्या है? यह बेबसी क्या है? यह मजबूरी क्या है? यह भेद क्या है, यह रहस्य क्या है, इस नई दोस्ती, समर्थन का रहस्य क्या है? दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एकदम स्पष्ट मामले में घुटने क्यों टेक दिये?’’ दोबारा मुख्यमंत्री निर्वाचित होने के बाद प्रधानमंत्री से भेंट करने को ‘शिष्टाचार भेंट’ करार देते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के विकास के लिए प्रधानमंत्री की मदद मांगी।

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